दिव्यांगों की चेयर भी हुई लकवाग्रस्त
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सुलतानपुर : एक ओर केंद्र सरकार दिव्यांगों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रयासरत है तो वहीं स्थानीय अधिकारी उनकी उपेक्षा कर रहे हैं। सुलतानपुर रेलवे स्टेशन की इकलौती व्हील चेयर लकवाग्रस्त हो गई है। इसके दोनों पहिए टूट गए हैं। जिससे निश्शक्त यात्रियों व उनके परिवारजन को दुश्वारियां झेलनी पड़ रही हैं। ट्रेन तक पहुंचने में उन्हें विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है।
सुलतानपुर जंक्शन पर 82 ट्रेनों का ठहराव होता है। जबकि सछ्वावना एक्सप्रेस, मुंबई मेल व अहमदाबाद एक्सप्रेस सहित आठ रेलगाड़ियों का परिचालन यहीं से किया जाता है। अयोध्या, प्रयाग व काशी जैसे प्रमुख तीर्थ स्थलों के नजदीक होने के चलते देश के कोने-कोने से हजारों तीर्थयात्री रोजाना इस जंक्शन से आवागमन करते हैं। इस महत्व को देखते हुए स्टेशन को ए-श्रेणी का दर्जा दिया गया है। शारीरिक रूप से अक्षम यात्रियों के लिए स्टेशन पर सिर्फ एक व्हील चेयर की व्यवस्था है। समुचित अनुरक्षण के अभाव में यह कुर्सी जर्जर हालात में पहुंच गई है। सामने की ओर लगे इसके छोटे व्हील टूट गए हैं। दिव्यांगों को चेयर पर बैठाने के बाद उनके रिश्तेदार इसे घसीटते हुए किसी तरह प्लेटफार्म तक ले जाते हैं।
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दिल्ली में मिली अत्याधुनिक चेयर, यहां टूटी
आनंद जायसवाल सछ्वावना एक्सप्रेस से अपने बीमार पिता रामजग को लेकर सुलतानपुर आए थे। उन्होंने बताया कि दिल्ली में स्टेशन पर अत्याधुनिक व्हील चेयर मिली थी। यहां पर टूटी हुई चेयर दी गई, दो नंबर प्लेटफार्म से फुट ओवरब्रिज के जरिए स्टेशन के बाहर खड़े वाहन तक रामजग को पहुंचाने में बहुत असुविधा हुई।
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चेयर की व्हील स्थानीय बाजार में नहीं मिल रही है। जिससे इसकी मरम्मत संभव नहीं हो पा रही है। मंडल कार्यालय से नई कुर्सी की मांग की गई है।
-लखनलाल मीना, स्टेशन अधीक्षक सुलतानपुर।