दिनभर छाई रही बदली, पछुआ हवाओं ने बढ़ाई गलन
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सुलतानपुर : बदली व गलनभरी पछुआ हवा से लोगों की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं। जहां आम जन ठंड से परेशान हैं वहीं खेतिहरों की भी मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं। मौसम विभाग का मानना है कि मौसम के सामान्य होने के आसार अभी नजर नहीं आ रहे हैं। बदली और वर्षा के बाद शनिवार को आंशिक रूप से साफ हुआ मौसम रविवार को फिर जस का तस हो गया। दिनभर बदली छाई रही। धूप न निकलने व पछुवा हवाओं के चलने से ठंड में इजाफा हुआ है। अधिकतम तापमान 16.5 व न्यूनतम 9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि आगामी 24 घंटे में हल्के से मध्यम बादल छाए रहने तथा वर्षा नहीं होने की संभावना है। दिन-ब- दिन बदल रहा तेवर
बीते एक सप्ताह से कहर बने मौसम के तेवर दिन-ब-दिन बदल रहे हैं। रविवार की सुबह मौसम के मिजाज ने फिर लोगों को निराश किया। घनी बदली और सूर्यदेव के दर्शन न होने से लोग ठंड से कांपते रहे। मौसम की बेरुखी और कड़ाके की सर्दी का सिलसिला बरकरार है। लोगों को रूह कंपाने वाली ठंड से राहत नहीं मिल पा रही है। सर्दी के साथ कोहरे और धुंध के चलते आमजनों के साथ पशु-पंक्षी भी बेहाल हैं। नए साल की शुरुआत से ही मौसम का रुख अनिश्चित बना हुआ है। कभी सुनहरी धूप तो कभी बदली और धुंध के हालात बन रहे हैं। मौसम के हर दिन बदल रहे मिजाज से आम जन परेशान हैं। तापमान में बढ़ोतरी के बावजूद सर्दी का प्रकोप बरकरार है। अलाव और गर्म कपड़े ही मौसम की बेरुखी में लोगों का सहारा बने हैं। शाम ढलते-ढलते गलन और बढ़ गई।
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अनिश्चित बना रुख
बीते एक सप्ताह से मौसम का रुख अनिश्चित बना हुआ है। कभी सुनहरी धूप तो कभी बदली और धुंध के हालात बन रहे हैं। मौसम के हर दिन बदल रहे मिजाज से आम जन परेशान हैं। तापमान में गिरावट से सर्दी का प्रकोप बरकरार है। सर्द हवा के झोंकों ने लोगों को घरों में दुबकने के लिए मजबूर कर दिया। बढ़ी किसानों की मुश्किलें
कृषि विज्ञान केंद्र, बरासिन के प्रभारी वैज्ञानिक डॉ एसके वर्मा ने बताया कि धूप न होने से पाला की संभावना बढ़ जाएगी। ऐसे में प्रकाश संश्लेषण न होने के चलते फसलों को बढ़त का मौका नहीं मिलेगा। फसलों पर यूरिया के घोल का छिड़काव और खेतों के किनारों पर धुंआ कर पाले से बचाने का प्रयास करते रहें।