दफ्तर हो या सड़क, लगा कूड़े का अंबार
संवादसूत्र, लम्भुआ (सुलतानपुर) : देश में चल रहे स्वच्छता अभियान के बावजूद ग्रामीण क्षेत्रों में अभिया
संवादसूत्र, लम्भुआ (सुलतानपुर) : देश में चल रहे स्वच्छता अभियान के बावजूद ग्रामीण क्षेत्रों में अभियान फ्लॉप साबित हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस महत्वाकाक्षी परियोजना को सरकारी-कर्मचारी फुस्स करने में जुटे हैं। रविवार को जागरण ने लम्भुआ तहसील मुख्यालय का जायजा लिया तो हकीकत सामने आ गई। प्रस्तुत है रिपोर्ट ..
तहसील मुख्यालय के इस विकास खण्ड में 87 ग्राम पंचायतों में 169 सफाई कर्मी तैनात किए गए हैं। इनमें कुल 184 राजस्व गाव भी हैं। चाहे ग्रामीण क्षेत्र हों या तहसील मुख्यालय के सरकारी दफ्तर व घनी आबादी वाले दूसरे इलाके सभी जगहों पर कूड़े व गंदगी का अंबार लगा हुआ है। तहसील के समीप कूड़ों के ढ़ेर कस्बे में स्वास्थ्य विभाग की पुरानी बिल्डिंग में एसडीएम दफ्तर के अलावा मजिस्ट्रेट कोर्ट है। यहीं वकीलों के बैठने के लिए शेड लगे हैं। यहा कई जगह कूड़े के ढ़ेर लगे हैं। बगल में नेडा से संचालित सुलभ शौचालय का निष्प्रयोज्य हालत में हैं। लोग उसका उपयोग कूड़ा डंपिंग ग्राउंड के रूप में करने लगे हैं। परिसर में प्रसाधन नहीं होने से लोग खुले में ही अपशिष्टों का त्याग करते हैं।बेसिक स्कूलों के समीप भी स्थिति खराब कस्बे के उच्च प्राथमिक विद्यालय के समीप मेला ग्राउंड में भी कूड़ा जमा है, जिसकी सड़ाध स्कूल तक पहुंचती है। कोतवाली परिसर के सामने स्थित कन्या उच्च प्राथमिक विद्यालय व प्राथमिक विद्यालय द्वितीय भी गंदगी व कूड़े के आगोश में हैं।ब्लाक के अंदर-बाहर फैली है गंदगी विकास खंड मुख्यालय परिसर के भीतर बने सेप्टिक टैंक का ढ़क्कन टूट जाने से दुर्गंध सभी जगह फैल रही है। कई स्थानों पर कूड़े के ढ़ेर इकट्ठा किए गए हैं। लम्भुआ-गरये मार्ग के किनारे भी कूड़े के ढ़ेर लगे हैं।
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रखवाए गए कूड़ादान नाकाफी : कस्बे में रखवाए गए कूड़ादान नाकाफी साबित हो रहे हैं। रोजाना इन डिब्बों से कूड़ा नहीं उठाया जाता। इससे वह आसपास बिखर जाता है। दियरा व ब्लाक रोड पर कूड़ादान की कोई व्यवस्था नहीं की गई है।जला रहे कूड़ा कूड़ा उठाने की समस्या से निजात पाने के लिए लोग घनी आबादी के बीच कूड़े को जला देते हैं। इससे पर्यावरण दूषित हो रहा है।
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बोले जिम्मेदार-
चलता है अभियान बीडीओ अमरनाथ शुक्ल ने बताया कि कई बार कस्बे में अभियान चलाकर नालियों की सफाई कराई गई है। जबकि एडीओ पंचायत मोहम्मद दाऊद खान का कहना है कि समय-समय पर सफाई करायी जाती है।
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नहीं रंग लाई विधायक की पहल स्थानीय विधायक देवमणि दुबे ने भी इलाके में साफ-सफाई का निर्देश दिया था, लेकिन अभी तक समस्या जस की तस बनी हुई है।