नागरिक व प्रशासन बेपरवाह, बढ़ने लगा कोरोना संक्रमण
पुलिस और प्रशासन स्तर पर सख्ती हुई नदारद प्रवासी लोगों की नहीं ली जा रही खोज-खबर।
सुलतानपुर : कोरोना ने एक बार फिर जनपद में पैर पसारना शुरू कर दिया है। भदैंया विकास खंड के नौ गांवों में एकाएक बढ़े संक्रमण ने शासन और प्रशासन को चितित कर दिया है। दरअसल, बचाव के लिए किए जा रहे प्रयासों पर भारी पड़ रही लापरवाही किसी चुनौती से कम नहीं है। लोग कोविड गाइड लाइन का अनुपालन करने में संजीदगी नहीं दिखा रहे हैं।
दो दिनों के अंदर भदैंया विकास खंड में 29 कोरोना संक्रमित मिले हैं। इनमें से ज्यादातर लोग वो हैं, जो कि हाल ही में परदेस से अपने घर लौटे हैं। वहीं, कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट की आशंका के चलते प्रशासन में हलचल है। मरीजों को होम क्वारंटाइन कर संबंधित गांवों के रास्तों पर बैरीकेडिंग कर आवागमन रोक दिया गया है। इसी क्रम में कोरोना संक्रमण के एकाएक बढ़ने व इसकी रोकथाम को लेकर मंथन शुरू हो गया है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. डीके त्रिपाठी ने बताया कि कोरोना संक्रमण बढ़ना बेहद गंभीर विषय है, जिसे लेकर लोगों को सचेत रहने की जरूरत है। कोविड गाइड लाइन का अनुपालन कर ही इस महामारी को फैलने से रोका जा सकता है।
प्रशासन की नरमी से बेपरवाह हो रहे लोग :
कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम होने पर प्रशासन भी सुस्त पड़ गया। कोविड गाइड लाइन के अनुपालन को लेकर चलाया जाने वाला अभियान भी अब थम सा गया है। पुलिस भी कार्रवाई के प्रति पहले की तरह संजीदा नहीं है। यही कारण है कि लोगों के चेहरे से मास्क गायब हो गए हैं और शारीरिक दूरी का भी कतई ख्याल नहीं रखा जा रहा है। यह स्थिति शहर के चौक, सब्जी मंडी, गल्ला मंडी, अस्पताल रोड, शाहगंज, बाधमंडी और कस्बों में नजर आ रही है।
नहीं हो पा रही बाहर से आने वालों की जांच :
डेल्टा प्लस वैरिएंट के मद्देनजर प्रवासियों की स्वास्थ्य जांच में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग स्तर पर रेलवे व बस स्टेशन पर लोगों की जांच की जा रही है। मुख्यालय आने वाले प्रवासी रास्ते में उतरकर अपने घर चले जाते हैं, जिससे इनकी कोरोना जांच नहीं हो पाती है। गांव पहुंचने पर भी स्थानीय स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा इनकी खोज-खबर नहीं ली जाती है। ऐसे लोग आमजन के बीच पहुंचकर संक्रमण की आशंका को बढ़ाने का काम रहे हैं।