शौचालय निर्माण में ठेकेदारी,पड़ रही लाभार्थियों पर भारी
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संवादसूत्र, सुलतानपुर : जिले को ओडीएफ बनाने के लिए शौचालय निर्माण में सरकारी धन को हड़पने का नया तरीका ईजाद कर लिया गया। सीधे लाभार्थियों को पैसा देकर उन्हीं के जरिए शौचालय निर्माण कराए जाने का निर्देश अफसरों को दिए गए थे। इसके उलट ठेकेदारी प्रथा से शौचालय बनवाया जा रहा है। गुणवत्ता की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। लाभार्थी प्रधानों के घर चक्कर लगाते-लगाते परेशान हो रहे हैं। पर, समस्या का हल नहीें निकल रहा है। हजारों ऐसे लाभार्थी हैं जिन्हें शौचालय का धन अभी तक प्राप्त नहीं हुआ।
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सरकारी धन की ऐसे हो रही लूट
जब काम एक लाख या इससे अधिक का हो तो टेंडर से कार्य कराया जाता है। लेकिन को कार्य को एकल दिखा अच्छा खासा खेल हो रहा है।
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लाभार्थी तक नहीं पहुंच रही प्रोत्साहन राशि
नियम के मुताबिक शौचालय की धनराशि सीधे लाभार्थी के खाते में भेजी जा रही है। लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। लम्भुआ के सूर्यभान पट्टी गांव में आधा दर्जन अनुसूचित जाति के परिवारों को रकम नहीं पहुंची है। अनारा पत्नी रामनिहोर कहती हैं कि उनसे कई बार आधार कार्ड की फोटोकॉपी और खाता संख्या प्रधान और सेक्रेटरी ले गए। लेकिन धनराशि न मिलने से शौचालय का निर्माण अधर में है। वहीं अखंडनगर के दर्बली निवासी पतजू पहाड़पुर, बछेड़िया के श्रीकृष्ण को छह हजार की पहली किश्त तो मिल गई लेकिन दूसरी किश्त का उन्हें महीनों से इंतजार है। यही हाल भदैंया विकास खंड के रामपुर, हनुमानगंज गांव में भी है।
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गुणवत्ताहीन निर्माण से परेशान लाभार्थी
अखंडनगर के पतारखास, भदैंया के पखरौली, धम्मौर थाना क्षेत्र के बहलोलपुर, अलीगंज इलाके के शाहपुर में मानक के अनुरूप शौचालय के निर्माण न होने की शिकायतें मिल रही हैं। लोगों ने अधिकारियों तक यह बात पहुंचाई भी लेकिन नतीजा सिफर ही है। ये चंद गांव ही नहीं हैं ऐसे जिले के सैकड़ो गांव है जहां गुणवत्तापूर्ण कार्य न होने से लाभार्थी परेशान हैं।