बीएसएनएल को नहीं मिल रहा पर्याप्त डीजल, सेवाएं प्रभावित
सुलतानपुर : सरकारी संचार कंपनी बीएसएनएल की हालत दिनोंदिन खराब होती जा रही है। डीजल की कमी और बिजली आ
सुलतानपुर : सरकारी संचार कंपनी बीएसएनएल की हालत दिनोंदिन खराब होती जा रही है। डीजल की कमी और बिजली आपूर्ति ठप होने से मोबाइल टॉवरों का संचालन बाधित हो जाता है। खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है। मोबाइल नेटवर्क बार-बार गायब हो रहा है। बात करते समय आवाज ब्रेक हो रही है। कॉल ड्रॉप की समस्या भी बढ़ गई है।
अमेठी व सुलतानपुर में बीएसएनएल के कुल 225 मोबाइल टॉवर हैं। इनमें से तीन को छोड़कर बाकी सभी टॉवरों पर बिजली का कनेक्शन है। आपूर्ति ठप होने की दशा में जनरेटर की व्यवस्था है। दिसंबर 2018 से डीजल के लिए पर्याप्त फंड नहीं मिल रहा है। सूत्रों के मुताबिक करीब दो साल पहले तक हर महीने 20 लाख रुपये डीजल के लिए दिए जाते थे और अब अधिकतम तीन लाख रुपये ही प्रतिमाह डीजल फंड मिल रहा है। जिससे बिजली गुल होने पर जनरेटर कुछ देर तक ही चलते हैं। इस अव्यवस्था से जिले के हजारों बीएसएनएल मोबाइल धारकों को विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है। सबसे अधिक परेशानी ग्रामीणांचल के ग्राहकों को झेलनी पड़ रही है। कमजोर नेटवर्क की वजह से मोबाइल इंटरनेट सेवा पर भी असर पड़ रहा है।
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इन दिनों बिजली कटौती अधिक हो रही है। रोस्टर के मुताबिक आपूर्ति नहीं की जा रही है। इससे टॉवरों का संचालन प्रभावित हो रहा है। कंपटीशन के इस दौर में कंपनी ने टैरिफ व प्लान सस्ते कर दिए हैं। इससे राजस्व में कमी आ गई है। जिसके चलते डीजल फंड पूर्व की तरह नहीं मिल रहा है, लेकिन इसमें बढ़ोत्तरी हुई है। धीरे-धीरे हालात में सुधार हो रहा है।
-आरके श्रीवास्तव, जीएम बीएसएनएल।