डीएम बोले, काली सूची में जाएगी वीरप्रभु
सुलतानपुर : धान खरीद में फर्जीवाड़ा करने में माहिर निजी एजेंसी वीरप्रभु पर गाज गिरने का र
सुलतानपुर : धान खरीद में फर्जीवाड़ा करने में माहिर निजी एजेंसी वीरप्रभु पर गाज गिरने का रास्ता साफ हो गया है। गुरुवार को हुई समीक्षा बैठक में एजेंसी प्रभारी बिना पूर्व सूचना के गायब मिले। धान खरीद में भी एजेंसी को सर्वाधिक फिसड्डी पाया गया। जिस पर जिलाधिकारी ने डीएफएमओ को कार्रवाई पत्र देने का आदेश दिया।
कलेक्ट्रेट में गुरुवार को चालू सत्र की धान खरीद की समीक्षा बैठक बुलाई गई थी। जिलाधिकारी हरेंद्रवीर ¨सह ने सभी एजेंसियों से धान की खरीद में हुई प्रगति के बारे में पूछताछ की। पड़ताल में वीरप्रभु के एजेंसी प्रभारी नदारद मिले। पूछताछ में बिना सूचना के नहीं आने की जानकारी दी गई। जिस पर डीएम ने जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी को कार्रवाई पत्र बनाकर देने का आदेश दिया। कर्मचारी कल्याण निगम के अमहट मंडी में चल रहे क्रय केंद्र पर भी खरीद नहीं होने की बात सामने आई। किसानों को लौटाने की शिकायत पर प्रभारी को डीएम ने फटकार लगाई। पीसीएफ की खरीद में भी तेजी नहीं आने की बात समीक्षा के दौरान सामने आई।
बीते धान खरीद में भी हुई धांधली
वीरप्रभु ने बीते धान खरीद सत्र में भी धांधली की थी। सेंटरों का पता ही नहीं और खरीद जमकर किए जाने की बातें सामने आई थीं। अखंडनगर के पौधनरामपुर समेत कई स्थानों पर चावल मिला था, जो वीरप्रभु का बताया गया। लेकिन आज तक वीरप्रभु की तरफ से स्पष्टीकरण नहीं रखा गया।
वीरप्रभु की कार्यप्रणाली संदिग्ध पाई जा रही है। औचक निरीक्षण के दौरान भी सेंटर पर धान के उपकरण नहीं पाए गए थे। आज की समीक्षा में भी बिना पूर्व सूचना के प्रभारी गायब मिले। जिला विपणन अधिकारी को कार्रवाई रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है। एजेंसी को काली सूची में डालने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।
हरेंद्रवीर ¨सह, जिलाधिकारी सुलतानपुर