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बैंकों में कामकाज ठप, 100 करोड़ से अधिक का कारोबार प्रभावित

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By JagranEdited By: Published: Fri, 31 Jan 2020 10:27 PM (IST)Updated: Sat, 01 Feb 2020 06:12 AM (IST)
बैंकों में कामकाज ठप, 100 करोड़ से अधिक का कारोबार प्रभावित
बैंकों में कामकाज ठप, 100 करोड़ से अधिक का कारोबार प्रभावित

सुलतानपुर: विभिन्न मुद्दों को लेकर सरकार से वार्ता विफल हो जाने के बाद जनवरी माह के अंतिम दिन शुक्रवार को बैंक कर्मचारी दो दिवसीय हड़ताल पर चले गए। जिले की 153 शाखाओं में काम काज ठप हो गया। काम शुरू होने के पहले बैंक में ताला लगा दिया गया। कर्मचारियों ने भारतीय स्टेट बैंक के सामने एकत्र होकर प्रदर्शन किया। केंद्र सरकार पर अड़ियल रवैया का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की। कामकाज न होने से 100 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार प्रभावित होने का दावा हड़तालियों की ओर से किया गया है।

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भारतीय बैंक संघ के साथ सरकार की वार्ता 30 जनवरी को विफल हो जाने के बाद पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार बैंक कर्मचारियों ने हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया। अखिल भारतीय यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर कामकाज से विरत कर्मचारियों ने कहा कि सरकार की विरोधी नीति के के कारण वह सभी हड़ताल पर जाने के लिए मजबूर हुए हैं। लोगों ने सरकार से नकारात्मक रुख का त्याग कर उनकी मांगों पर सकारात्मक विचार करने का आग्रह किया है। इस दौरान यूनाइटेड फोरम के संयोजक अशोक शुक्ल, यूपीबीइयू के जिलाध्यक्ष आलोक सिंह, अजय सिंह, बैंक ऑफ इंडिया के संजीव यादव, बीओबी कर्मचारी एसोसिएशन के केसरी नंदन, ग्रामीण बैंक के अरुण सिंह आदि ने संयुक्त रूप से एलान किया कि मांगे न मानी जाने पर एक अप्रैल से सभी बैंकों के कर्मचारी अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी। प्रदर्शनकारियों ने एचडीएफसी, आईसीआईसीआई व एक्सिस बैंक के साथ ग्रामीण बैंक के समर्थन का भी दावा किया। इस दौरान रूपम पांडेय, विशाखा सिंह, पूनम तिर्के, वर्तिका सिंह, मनोज कुमार, अनिल मिश्र, ईशान खरे, योगेश, आनंद खरे, वीरेंद्र शर्मा, विवेक वर्मा आदि उपस्थित रहे। उधर, अधिकांश एटीएम बंद पड़े मिले जो खुले थे उसमें भी पैसा नहीं था। बीओबी के एटीएम में सिर्फ उसी बैंक के एटीएम कार्ड से लोग धन की निकासी कर पा रहे थे। शिवगढ़ के सुरेश, पारसनाथ यादव का कहना था कि ये दो दिन से लम्भुआ से लेकर मुख्यालय तक दौड़ लगा रहे हैं।

-यह है प्रमुख मांगे

बैंक में पांच दिन का कार्य दिवस हो, बैंकों में विलय को रोका जाए, एनपीएस को खत्म किया जाए, पेंशन का रिवीजन किया जाए, नियुक्ति पर लगी रोक हटाई जाए, वेतन में बीस फीसद वृद्धि हो, बेसिक वेतन में स्पेशल भत्ते का विलय किया जाए, परिवार को मिलने वाली पेंशन में सुधार हो।

-पूरी तरह ठप रहा कार्य

जिला अग्रणी बैंक शाखा प्रबंधक रवींद्र यादव ने बताया कि हड़ताल से सौ करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ है। एटीएम केंद्र बंद होने की सूचना नहीं है। इसके बारे में पता कराया जा रहा है।


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