कमाऊ कद्दू से भर रही मोती सिंह की तिजोरी
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सुलतानपुर : क्षेत्र के महानपुर गांव निवासी मोती सिंह द्वारा की गई अमेरिकी कद्दू (स्क्वैश) की खेती गांव से लेकर नवीन मंडी तक चर्चा का विषय बनी हुई है। मंडी पहुंचते ही इस कद्दू का नाम जानने के साथ-साथ इसके खरीदार खुद-बखुद खिचे चले आते हैं। गांव में अन्य किसान आधुनिक तकनीकी अपनाकर की जाने वाली सब्जी की खेती से आर्थिक रूप से मजबूत हो रहे हैं।
अमेरिकी कद्दू बना चर्चा का विषय
गांव के किसान मोती ने पहली बार अमेरिकी कद्दू (स्क्वैश) की खेती की है। मोती बताते हैं कि उन्होंने पहली बार दो बीघा इस कद्दू की खेती की है। हाल ही में दो कुंतल कद्दू जब मंडी में पहुंचा तो लोग खरीदने के लिए टूट पड़े। उन्होंने बताया कि इस खेती की लागत करीब 5 हजार रुपए आई है। उनकी लागत आ चुकी है। उम्मीद है कि उन्हें 50 से 60 हजार रुपए फायदा होगा। सेहत का खजाना है अमेरिकी कद्दू
मुख्य रूप से स्क्वैश अमेरिका व मैक्सिको के कद्दू की प्रजाति है। जिसमें पोषकतत्व अन्य सब्जियों की अपेक्षा कई गुना अधिक पाए जाते हैं। स्क्वैश में प्रति सौ ग्राम की मात्रा मे 3.4 ग्राम, वसा .2 ग्राम, प्रोटीन 1.2 ग्राम, विटामिन बी2 9त्न, विटामिन सी 28त्न, 95त्न मात्रा में पानी पाया जाता है। लोग इसे चाइनीज कद्दू भी कहते हैं, जबकि चाइना से इसका कोई मतलब नही है। सब्जियों का गढ़ महानपुर
महानपुर गांव सब्जी उत्पादन में अग्रणी माना जाता है। इस गांव के शमशेर खान, मो मुस्लिम, रामचंदर वर्मा, राजेन्द्र वर्मा, सुनील दूबे, हरगोविद सहित दर्जनों किसान मटर, टमाटर, बैगन, खरबूजा, भिडी की खेती कर बेहतरीन मुनाफा कमा रहे हैं। यहां पैदा सब्जियों को मिर्जापुर, वाराणसी, चंदौली, जौनपुर, प्रतापगढ़, फैजाबाद के अलावा प्रदेश के अन्य हिस्सों में भीे भेजा जाता है।
कद्दू प्रजाति की फसलें बागवानी के अंतर्गत नही आती है। जो किसान इसकी खेती करते हैं उनको सरकारी योजना अंतर्गत लाभ नही मिलता है लेकिन किसान कद्दू संघीय लता फसलों से अच्छा मुनाफा कमाते हैं। दिनेश कुमार सिंह (सहायक क्षेत्रीय बागवानी अधिकारी लंभुआ क्षेत्र)