गुरू नानक देव की जयंती पर किया अखंड पाठ व कीर्तन
गुरूद्वारा में हुए प्रकाश पर्व के प्रमुख कार्यक्रम
सुलतानपुर : सिख धर्म के संस्थापक गुरू नानक देव के जन्मोत्सव के मौके पर सोमवार को विविध आयोजन किए गए। इस 551वें प्रकाश पर्व पर के कार्यक्रमों पर संक्रमण का असर रहा और पारंपरिक आयोजन परिवर्तित रूप में किए गए। सुबह की प्रभात फेरी और नगर कीर्तन का कार्यक्रम नहीं किया गया। पंजाबी कालोनी स्थित गुरूद्वारा में गुरूग्रंथ साहब के अखंड पाठ व कीर्तन दरबार का आयोजन किया गया। इस मौके पर हुए लंगर में सभी समुदाय के लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया।
गुरूपर्व के कार्यक्रमों की शुरूआत सुबह अखंड पाठ से हुई। बीते शनिवार से शुरू हुए इस अखंड पाठ का समापन प्रकाश पर्व पर किया गया। विशेष रूप से सजे दीवान में रागी ग्रंथी ज्ञानीजी ने शबद गायन किया। परंपरागत ढ़ग से उन्होंने गुरू नानक देव की स्तुति में सतगुरू नानक प्रगटिया मिटी धुंध जग चानन होआ सुनाकर श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। बाहेगुरू सिमरन पाठ के पश्चात निशान साहिब की सेवा इंद्रजीत सिंह की तरफ से की गई। आयोजन में संक्रमण से बचाव के नियमों के अनुपालन किया गया। इसी के तहत प्रभात फेरियों का सिलसिला 20 से 27 नवंबर तक कर लिया गया। दोपहर बाद हुए लंगर प्रसाद वितरण में गुरूद्वारा कमेटी के अध्यक्ष परमजीत सिंह, महेंद्र पाल सिंह, सुदीप पाल सिंह, तेजेंद्र पाल सिंह, दर्शदीप सिंह लवी, बलदेव सिंह आदि मौजूद रहे। इस मौके पर मंडी समिति के उप निदेशक कुमार विनीत, डॉ. आरए वर्मा एवं अजय जायसवाल को सम्मानित भी किया गया। चरित्रार्थ हुई गंगा जमुनी तहजीब
जन्मोत्सव पर्व पर शियाने हैदरे कर्रार वेलफेयर एसोसिशन की ओर यहां फल एवं पानी का वितरण किया।
एसोसिशन के अ•ाहर अब्बास ने बताया कि गुरुद्वारा कमेटी की ओर से धर्म गुरू मौलाना कल्बे हसनैन ़खावर को प्रतीक चिन्ह और शाल ओढ़ा कर सम्मानित किया। इस मौके पर मौलाना ने कहा कि गुरुनानक ने इंसानियत की हिफाजत का पै़गाम दिया है। उन्होने भाईचारा, सौहार्द्र और गंगा जमुनी तहजीब को आगे बढ़ाने के लिए एकजुट रहने की अपील की।इस मौके पर मुजाहिद अकबर, रि•ावान खान, जाहिद आब्दी, अलमदार, अमन, हैदर, नगमी आदि मौजूद रहे।