मौसम की बेरुखी से घटेगा खाद्यान्न उत्पादन
महेंद्र पांडेय, सुल्तानपुर मौसम की बेरुखी का खरीफ की फसलों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। गत दिनों चक
महेंद्र पांडेय, सुल्तानपुर
मौसम की बेरुखी का खरीफ की फसलों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। गत दिनों चक्रवाती तूफान हुदहुद के कारण धान समेत तिलहन व दलहन की फसलों की उत्पादकता में गिरावट के आसार हैं। कृषि विभाग की ओर शासन को भेजी रिपोर्ट के मुताबिक खरीफ की फसलों को दो से 25 फीसद तक की क्षति हुई है।
सत्र 2014-15 में जिले में111953 हे. खरीफ फसलों की बुआई का लक्ष्य था। किंतु मौसम अनुकूल न होने से 64309 हे. में ही बुआई की जा सकी थी। बीज की बुआई के दौरान ही मौसम ने दगा देना शुरू किया वह फसल पकने तक कायम रहा। सैकड़ों हेक्टेयर फसल सूखे की भेंट चढ़ गई। नहरों व नलकूपों ने भी साथ छोड़ दिया था। कड़ी मशक्कत से ऊबे कुछ किसानों ने तो खरीफ की फसल से तौबा कर ली थी। पर, कितनों ने दम भरे रखा और पंपिंग सेटों आदि से सिंचाई कर फसल के जिलाए रखा। लेकिन गत दिनों चक्रवाती तूफान ने जिले में भारी तबाही मचाई। सैकड़ों हेक्टेयर धान समेत तिलहन व दलहन की फसल बर्बाद हो गई। किसानों ने इसकी भरण के लिए सरकार से प्रशासन के जरिए गुहार लगाई। लेकिन एक तो कृषि महकमें ने जिले में फसल की क्षति कम आंकी दूसरी जो रिपोर्ट भेजी उसका रत्ती भर लाभ किसानों को नहीं मिल सका है। हालांकि जिला कृषि अधिकारी संदीप कुमार की मानें तो शासन में फसलों के नुकसान की पूर्ति पर चर्चा की गई है। ऐसे में अन्नदाताओं को मदद से इनकार नहीं किया जा सकता।