लंबी छुट्टी के बाद भी समय से नहीं पहुंचे अधिकारी-कर्मचारी
तीन दिन अवकाश के बाद ब्लाक मुख्यालय पर रहा सन्नाटा
विवेक बरनवाल, सुलतानपुर: द्वितीय शनिवार, रविवार व बुद्ध पूर्णिमा का अवकाश भी अधिकारियों-कर्मचारियों को कम पड़ गया। शायद यही कारण है कि लगातार तीन दिन बाद भी वे समय से कार्यालय नहीं पहुंचे। मंगलवार को दैनिक जागरण ने लम्भुआ ब्लाक की पड़ताल की। प्रस्तुत है रिपोर्ट..
स्थान : विकासखंड मुख्यालय लम्भुआ
समय : सुबह 10. 15 बजे
परिसर में एक सफाईकर्मी झाड़ू लगाने के बाद गमलों में लगे पौधों को पानी दे रहा था। खंड विकास अधिकारी का दरवाजा सफाई के बाद बंद कर दिया गया। बताया गया कि साहब, अभी नहीं आए हैं। मुख्य दफ्तर में सिर्फ सहायक लेखाकार रवीन्द्र प्रसाद मौजूद मिले। चतुर्थ श्रेणी महिला कर्मचारी ममता भी मौजूद रहीं। जबकि, वरिष्ठ सहायक चितामणि मिश्र कुछ लिखा-पढ़ी के बाद चले गए। बताया गया कि उनके परिवार में किसी की मौत हो गई है। दफ्तर में लिपिक संवर्ग की पांच कुर्सियां खाली पड़ी थीं। लेखाकार शशिविद सिंह, उर्दू अनुवादक/ प्रधान सहायक एनुलहक समेत पूरा स्टाफ ही नदारद रहा।
एडीओ भी नदारद
स्थान : पंचायत अनुभाग
समय : सुबह 10 .20 बजे
एडीओ (पंचायत) दिनेश चंद्र श्रीवास्तव की कुर्सी खाली पड़ी थी। वह मौजूद नहीं थे। दफ्तर में कार्यालय सहायक संजय कुमार सरोज, कंप्यूटर आपरेटर लक्ष्मीकान्त वर्मा, लालजी पाल, पुष्कर पांडेय मौजूद रहे।
..यहां बंद रहा ताला
स्थान : ग्रामीण आजीविका मिशन कार्यालय
समय : सुबह 10 . 27 बजे
ग्रामीण परिवारों को समृद्ध बनाने के लिए विकासखंड के जरिए तमाम योजनाएं इसी दफ्तर के जरिये संचालित की जाती हैं। स्वयं सहायता समूह संचालन के लिए भी यह कार्यालय आने वाली बाधाओं को दूर करने में सहायक होता है। इसमें भी ताला बंद था। गोदाम भी बंद
स्थान : राजकीय बीज भंडार
समय : सुबह 10:30 बजे
कृषि विभाग से संबद्ध कार्यालय ब्लाक मुख्यालय पर बनाया गया है। किसान खेती में उपयोग के लिए खाद-बीज भी यहां से प्राप्त कर सकते हैं। यह कार्यालय, कंप्यूटर कक्ष व गोदाम बंद मिला।
क्षेत्र में हूं, कार्यालय पहुंच रहा हूं : बीडीओ
खंड विकास अधिकारी ज्ञानेंद्र मिश्र ने दूरभाष पर बताया कि वह क्षेत्र में हैं। कर्मचारियों की अनुपस्थिति पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि कार्यालय पहुंच रहा हूं। जानकारी करके ही कुछ बता सकूंगा।