नगर कोतवाल सहित 400 मिले कोरोना संक्रमित
लखनऊ से प्राप्त रिपोर्ट व जिले में हुई जांच रिपोर्ट में
सुलतानपुर: लखनऊ से प्राप्त रिपोर्ट व जिले में हुई जांच रिपोर्ट में नगर कोतवाल सहित 400 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले है। वहीं बीते 24 घंटों में चार लोगों की मौत भी हुई। हालांकि जारी रिपोर्ट में राहत देने वाली बात यह रही कि पूर्व में पाजिटिव मिले 332 मरीजों को स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज कर दिया गया है।
संक्रमितों को इलाज के लिए कोविड एल-वन अस्पताल व होम आइसोलेशन में रखा गया है। नगर कोतवाल में संक्रमण की पुष्टि होने के बाद पुलिस अधीक्षक डा. विपिन कुमार ने एसएसआइ संतोष कुमार शुक्ला को प्रभारी बनाया है। सीएमओ डॉक्टर डीके त्रिपाठी ने बताया कि कोविड गाइडलाइन का अनुपालन किया जाना बेहद जरूरी है। शारीरिक दूरी और मास्क का प्रयोग सभी करें। इसके साथ उन्होंने सभी सीएचसी व पीएचसी प्रभारियों को जांच का दायरा बढ़ाने का निर्देश भी दिया है। लखनऊ से जारी रिपोर्ट के अनुसार जिले में अब तक 94 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। इसमें गत वर्ष की मौतों को भी जोड़ा गया है। वहीं सक्रिय केस की संख्या 3749 हो गई है। गत वर्ष का आंकड़ा मिलाकर अब 6150 लोग कोरोना संक्रमण से जंग जीत कर पूर्णतया स्वस्थ हो गए है।
गंतव्य को पहुंचने को हलकान रहे यात्री, स्टेशनों पर दिखी अफरा-तफरी
सुलतानपुर : कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए शासन ने शनिवार व रविवार को दो दिवसीय लाकडाउन घोषित किया है। हालांकि इसमे बसों व ट्रेनों का संचालन नहीं बंद किया गया है। ऐसे में यात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। तेज धूप में यात्री सामान लेकर पैदल यात्रा को मजबूर हुए। वहीं दूसरी तरफ बस व रेलवे स्टेशन पर कोविड जांच भी नहीं दिखी। बस स्टेशन पर बसों पर चढ़ने को लेकर सभी नियम टूटते दिखे।
पहले दिन शनिवार को ही व्यस्था बेपटरी नजर आई। बाजारों पर बंदी का असर रहा वहीं दूरदराज से यात्रा कर यहां पहुंचे लोग स्थानीय स्तर पर वाहनों के न चलने से हलकान हुए। ट्रेन से उतरने वाले यात्रियों की संख्या बीते तीन चार दिनों की तरह अच्छी खासी रही। प्लेटफार्म पर इनकी बेरोकटोक आवाजाही दिन भर बनी रही। स्थानीय स्वास्थ्य विभाग की ओर से अभी तक यहां जांच की दोबारा व्यवस्था नहीं शुरू की जा सकी है। सुबह जोधपुर से वाराणसी जाने वाली मरुधर एक्सप्रेस से तकरीबन 70 यात्री यहां उतरे।
वहीं एक बजे आई सुहेलदेव, अहमदाबाद वाराणसी और सुबह आई सद्भावना एक्सप्रेस से दिल्ली के तकरीबन 105 यात्री प्लेटफार्म पर पर उतरे। तमाम यात्री सवारियां न मिलने और बाहर तेज धूप के चलते प्लेटफार्म पर ही जमा रहे। वहीं कुछ लोग आस पास लगे पेड़ की छाया में खड़े होकर गंतव्य के लिए साधन का इंतजाम करते रहे।