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पौधारोपण को बढ़ाने में सोलह पोषक तत्वों की आवश्यकता

फसलों के अवशेषों को जलाते हैं तो उनके जड़ तना पत्तियों में संचित लाभदायक पोषक तत्वों का नष्ट हो जाता है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 17 Oct 2020 11:59 PM (IST)Updated: Sat, 17 Oct 2020 11:59 PM (IST)
पौधारोपण को बढ़ाने में सोलह पोषक तत्वों की आवश्यकता
पौधारोपण को बढ़ाने में सोलह पोषक तत्वों की आवश्यकता

सुलतानपुर : पौधारोपण को बढ़ाने के लिए 16 पोषक तत्वों की अवश्यकता होती है। जिसमें कार्बन, हाइड्रोजन, आक्सीजन प्रकृति से प्राप्त होता है ये तत्व पौधों के लगभग 95 प्रतिशत भाग के निर्माण में सहायक हैं। फसल अवशेष प्रबंधन जागरूकता अभियान के तहत आयोजित किसान गोष्ठी में कृषि विज्ञान केंद्र वैज्ञानिक गौरी शंकर वर्मा ने कही।

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किसान गोष्ठी में वर्मा ने कहा नत्रजन, फास्फोरस, पोटाश, कैल्शियम, मैग्नीशियम, सल्फर तथा सूक्ष्म पोषक तत्व के रूप में लोहा, जिक, आयरन, बोरॉन, मालिब्डेनम, कॉपर, क्लोरीन तत्व पौधों के बढ़वारन एवं उत्पादन में सहायक होते हैं। फसलों के अवशेषों को जलाते हैं तो उनके जड़, तना, पत्तियों में संचित लाभदायक पोषक तत्वों का नष्ट हो जाता है। फसल अवशेषों को जलाने से मृदा ताप में बढ़ोतरी होती है। जिसके कारण मृदा के भौतिक, रसायनिक एवं जैविक दशा पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। पादप अवशेषों में लाभदायक मित्र कीट जलकर मर जाते हैं। जिसके कारण वातावरण पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। पशुओं के चारे की व्यवस्था पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। बृजेश कुमार यादव कृषि विभाग के सहायक विकास अधिकारी कृष्ण भवन, इंद्रजीत वर्मा, रमाशंकर, राम तीरथ, दिनेश कुमार, दुर्गा प्रसाद पांडे, दयाशंकर तिवारी, मोहम्मद रफी, गयासुद्दीन आदि लोग उपस्थित रहे।


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