श्रम संगठनों की हड़ताल से ठप रहा कामकाज
सुलतानपुर : न्यूनतम मजदूरी समेत श्रम कानूनों में सुधार के लिए बुधवार को विभिन्न श्रमिक संगठन एकजुट
सुलतानपुर : न्यूनतम मजदूरी समेत श्रम कानूनों में सुधार के लिए बुधवार को विभिन्न श्रमिक संगठन एकजुट नजर आए। जिले में बैंक, दूर संचार, सिंचाई विभाग, रोडवेज, डाकघर, बीमा दफ्तर, शैक्षिक संस्थानों, राज्यकर्मचारी समेत विभिन्न संगठन आंदोलित रहे। बैंक कर्मचारी यूनियनों का दावा है कि उनके समर्थन में अस्सी फीसद शाखाओं में कामकाज ठप रहा। जिसकी वजह से करोड़ों का कामकाज प्रभावित हुआ।
दूरसंचार दफ्तरों में रही तालाबंदी
बीएसएनएल इंपलाइज यूनियन के बैनर तले कर्मचारियों ने बारह सूत्रीय मांगों के समर्थन में कामकाज ठप रखा। डाकखाना स्थित दूर संचार कार्यालय के समक्ष कर्मियों ने धरना-प्रदर्शन किया। मुख्य गेट पर ताला जड़कर कर्मियों ने कार्य बहिष्कार किया। संगठन के जिला सचिव एचएस मिश्र ने कहा कि केंद्र सरकार श्रम कानूनों में सुधार के नाम पर विनिवेशीकरण करना चाहती है। जो संगठन कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। कर्मियों के काम न करने से दूर संचार सेवाएं प्रभावित रहीं। खासकर बीएसएनएल ब्राड बैंड सेवा चरमरा गई। इससे उपभोक्ताओं को खासी परेशानी हुई। घनश्याम यादव, अरविंद पांडेय, नरसिंह यादव, आशुतोष त्रिपाठी, अखिलेश मिश्र, रामअचल व गौरीशंकर आदि प्रदर्शन में शामिल रहे।
नहीं चली रोडवेज बसें, परेशान हुए यात्री
रोडवेज कर्मचारी संघ के बैनर तले कर्मियों ने कार्य बहिष्कार किया। अमहट स्थित डिपो कार्यशाला के सामने सड़क पर बसों को खड़ा कर दिया गया। कर्मियों ने परिसर में केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ नारे लगाए। बस स्टेशन पर भी इक्का-दुक्का बसें जो रहीं उसमें इतनी भीड़ देखी गई कि लोग भूसे की तरह भरे रहे। हड़ताल के चलते यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। वहीं डग्गामार वाहनों ने हड़ताल का पूरा फायदा उठाया। यात्रियों से जहां मनमाना किराया वसूला गया।
गेट पर लटका रहा ताला
हड़ताल का असर कलेक्ट्रेट व विकास भवन में भी देख गया। सुबह से ही गेट पर ताला जड़ कर्मी हड़ताल रहे। नारेबाजी के बाद नगर की सड़कों पर जुलूस निकाला गया। जिससे वादकारियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
सिंचाई, डाक व बीमा कर्मी रहे हड़ताल पर
श्रम संगठनों की हड़ताल का असर डाकघर व एलआईसी दफ्तर में भी देखा गया। मुख्य गेट पर ताले लटके रहे और कर्मी हड़ताल पर रहे। जिससे लेनदेन प्रभावित रहा। जिससे लोगों को काफी मुश्किलें हुई। उधर, सिंचाई विभाग के कर्मी भी मांगों के समर्थन में सड़क पर उतरे। नगर की सड़कों पर जुलूस निकालकर आवाज बुलंद की। दिनेश यादव, जगन्नाथ द्विवेदी आदि मौजूद रहे।
वामपंथी भी रहे लामबंद
भारत की जनवादी नवजवान, एसएफआई, एआईडीएसओ, सीपीआईएम, सीपीआई, सीटू व एसयूसीआई समेत समेत सभी बामपंथी संगठन हड़ताल के पक्ष में लामबंद रहे। दोपहर में तिकोनिया पार्क में दर्जनों कार्यकर्ता जुटे। जगन्नाथ वर्मा, नरोत्तम शुक्ला, शारदा पांडेय, शशांक पांडेय, इंद्रजीत यादव, राधेश्याम वर्मा, दुर्गावती, विवेक विक्रम सिंह, अश्वनी तिवारी, रामआशीष मौर्य, शैलेंद्र सिंह व रामआसरे गुप्त आदि ने इस मौके पर मौजूद लोगों को संबोधित किया। स्वास्थ्य विभाग के कर्मी जितेंद्र कुमार तिवारी की अगुआई में, राज्य कर्मचारी महासंघ के कर्मी मो.रिजवी, बिजली विभाग के सत्यदेव तिवारी व विकास भवन के कर्मचारी चंद्रप्रकाश यादव व यूपीएमएसआरए के जिलाध्यक्ष मनोज सिंह की अगुआई में दर्जनों दवा प्रतिनिधि तिकोनिया पार्क में हुए प्रदर्शन में शामिल हुए।
करोड़ों का लेनदेन प्रभावित
यूनाइटेड फोरम बैंक यूनियन व यूपी बैंक इंपलाइज यूनियन की स्थानीय शाखा के बैनर तले जिले भर के बैंक कर्मी देश व्यापी हड़ताल में शामिल हुए। ग्रामीण बैंक यूनियन के राष्ट्रीय सचिव शिवकरन द्विवेदी ने दावा किया कि जिले की अस्सी फीसद बैंकों में कामकाज ठप रहा। जिससे करीब पचास करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ। बैंक कर्मियों ने यूनियन मंत्री अरुण सिंह की अगुआई में नगर की सड़कों पर जुलूस निकालकर विरोध प्रदर्शन किया। आल इंडिया कोआपरेटिव बैंक इंप्लाइज फेडरेशन आल इंडिया बैंक इंप्लाइज एसोसिएशन ग्रामीण बैंक आफिसर्स एसोसिएशन, आरबीआई इंप्लाइज एसोसिएशन व नाबार्ड इंप्लाइज एसोसिएशन के कार्यकर्ता भी हड़ताल में शामिल हुए। बैंकों में तालाबंदी के चलते दिनभर उपभोक्ता हलाकान दिखे। हालांकि बस स्टेशन स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की मुख्य शाखा में कामकाज हुआ। लेकिन हड़ताल के चलते ग्राहकों की संख्या काफी कम रही।