-हड़ताल को लेकर श्रमिक संगठनों ने बुलंद की आवाज
एफडीआई निजीकरण व विनिवेश को लेकर श्रम संगठनों द्वारा पूरे कोयला उद्योग में 24 सितंबर को प्रस्तावित एक दिवसीय हड़ताल के मद्देनजर शुक्रवार को आरसीएसएस एटक सीटू एचएमएस के पदाधिकारियों ने बीना श्रमिक मनोरंजनालय में एक आम सभा आयोजित की।
जासं, अनपरा (सोनभद्र) : एफडीआइ, निजीकरण व विनिवेश को लेकर श्रम संगठनों द्वारा पूरे कोयला उद्योग में 24 सितंबर को प्रस्तावित एक दिवसीय हड़ताल के मद्देनजर शुक्रवार को आरसीएसएस, एटक, सीटू, एचएमएस के पदाधिकारियों ने बीना श्रमिक मनोरंजनालय में आमसभा आयोजित की। सभा में मुख्य वक्ताओं ने आक्रोश व्यक्त किया।
आल इंडिया एटक अध्यक्ष रामेन्दर कुमार, क्षेत्रीय महामंत्री अशोक दुबे, आरसीएसएस के ओपी मालवीय, वीरेन्द्र सिंह विष्ट, सीटू फेडरेशन के जनरल सेक्रेटरी रामानंदन, क्षेत्रीय महामंत्री पीएस पांडेय, एचएमएस के ओपी पांडेय, वाई सिंह ने एक स्वर में एफडीआई पर कहा कि कोयला उद्योग में शत-प्रतिशत एफडीआइ लागू करना देश की ऊर्जा सुरक्षा ही नहीं कोल इंडिया के मजदूरों के भविष्य पर खतरा मंडरा रहा है। श्रमिक संगठन अब आश्वासन नहीं, बल्कि निर्णय चाहता है। एफडीआइ को सरकार तत्काल वापस ले। सरकार व उच्च प्रबंधन मनमाने ढंग से निर्णय लेकर मजदूरों के हितों पर कुठाराघात कर रही है। उनके द्वारा उदासीनता एवं उपेक्षा का भाव अपनाए जाने के कारण पूरे कोयला उद्योग में 24 सितंबर को हड़ताल करने का निर्णय लिया गया है। सभी कोल श्रमिक अपने रोजी-रोटी और परिवार के लिए सारे मतभेद भुलाकर इस हड़ताल को शत-प्रतिशत सफल बनाएं। जिससे सरकार व प्रबंधन विवश होकर एफडीआइ को वापस लेने पर मजबूर हो जाए। वक्ताओं ने कहा कि कोल प्रबंधन एवं सरकार सभी अधिनियमों को ताक पर रखकर निजी उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए कार्य कर रही है। कोल श्रमिकों द्वारा जमकर नारेबाजी की गई। आम सभा में एनसीएल के सभी कोल परियोजनाओं के पदाधिकारी व सैकड़ों श्रमिक उपस्थित रहे।