कामगार संघों ने किया एकदिवसीय सत्याग्रह
जागरण संवाददाता, ओबरा (सोनभद्र) : देश के मजदूरों, किसानों व बेरोजगारों की समस्याओं को
जागरण संवाददाता, ओबरा (सोनभद्र) : देश के मजदूरों, किसानों व बेरोजगारों की समस्याओं को लेकर राष्ट्रीय आंदोलन की कड़ी में ओबरा परियोजना गेट पर महासंघ द्वारा मंगलवार को सत्याग्रह आंदोलन किया गया। इस दौरान केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। सत्याग्रह को संबोधित करते हुए कर्मचारी नेताओं ने कहा कि आठ अगस्त 2017 को दिल्ली तालकटोरा मैदान में 10 महासंघों के सम्मेलन में लिए गए निर्णय के अनुसार 9, 10 व 11 नवंबर को 12 सूत्रीय मांगों को लेकर पूरे देश से आए लाखों कर्मचारियों व अधिकारियों ने विभिन्न मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार का ध्यान आकृष्ट कराया था। मगर बड़े उद्योगपतियों के दबाव में आकर केंद्र सरकार लगातार देसी उद्योगों को एफडीआई के बहाने विदेशी उद्योगपतियों के हाथों कौड़ियों के दाम बेचने की साजिश कर रही है। केंद्र सरकार द्वारा तमाम नारों के बाद एक भी योजना ऐसी नही बनाई जिससे देश में उच्च शिक्षित नौजवानों से लेकर असंगठित कम पढ़े लिखे लोगों को रोजगार मिल सके। सरकार रोजगार देने के नाम पर रोजगार समाप्त करती जा रही है। वर्तमान केंद्र सरकार की शह पर विदेशी कंपनियां श्रम कानूनों का मखौल उड़ाते हुए वेतन कम कर रही है। विदेशी कंपनियों के दबाव में सरकारी रेट पर किसानों द्वारा उत्पादित सामान नहीं खरीदा जा रहा है। अन्य वक्ताओं ने कहा कि बैंक, इंश्योरेंस, कोयला, पेट्रोलियम रेल, रक्षा इत्यादि उद्योगों में सौ प्रतिशत एफडीआई लाकर सरकार कौन सा देशभक्ति का संदेश देना चाहती है, यह देश के मजदूरों, किसानों, छात्रों व नौजवानों के समझ के परे है। हरदेवनारायण तिवारी, अजय कुमार ¨सह, आर के शुक्ला, सुनील पवार, पशुपतिनाथ विश्वकर्मा, आरके शुक्ला, योगेंद्र दुबे, चंद्रकांत, अजीत साहू, अंजार खान, दीनानाथ शर्मा, हरिशंकर, मोहम्मद शमीम आदि उपस्थित थे।