नक्सलियों की मंशा पर पानी फेरने को यूपी-बिहार की पुलिस तैयार
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : वैसे तो जिले में नक्सल गतिविधियां पूरी तरह से थम चुकी हैं लेकिन सदी
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : वैसे तो जिले में नक्सल गतिविधियां पूरी तरह से थम चुकी हैं लेकिन सर्दी के दिनों में इनकी सक्रियता बढ़ने की आशंका अधिक रहती है। इस स्थिति में नक्सलियों के जिले में प्रवेश और उनकी चहलकदमी को रोकने के लिए पुलिस विभाग ने कमर कस ली है। बिहार बार्डर पर होने वाली संदिग्ध गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए यूपी और बिहार दोनों राज्यों की पुलिस अलर्ट है। पुलिस खुफिया तंत्र से इनपुट लेकर सीआरपीएफ के साथ लगातार कां¨बग अभियान चला रही है।
नक्सल प्रभावित जिलों में शामिल सोनभद्र जिले की सीमाएं चार राज्य बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश से लगती हैं। ऐसे में इन चारों राज्यों में भी अगर कोई नक्सली वारदात होती है तो इसको लेकर पुलिस अलर्ट रहती है। सूत्रों की मानें तो नक्सलियों के लिए ठंड और बरसात का महीना सबसे सुरक्षित माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि सर्दी के दिनों में नक्सली अंतरराज्यीय सीमाओं को लांघकर जिले की सीमा में प्रवेश कर सकते हैं। ऐसी स्थिति में ठोस रणनीति के आधार पर नक्सल गतिविधियों पर अंकुश लगाने की तैयारी को अंतिम रूप दिया जा चुका है। इस रणनीति के तहत जिले की पुलिस बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ व मध्य प्रदेश की पुलिस से आपसी सामंजस्य बनाकर लगातार कां¨बग कर रही है।
इस तरह से होती है सीमा पर चौकसी
जिले से लगने वाली चारों राज्यों की सीमाओं पर सर्दी के दिनों में सख्त पहरा है। यहां की हर गतिविधियों के बारे में जिले की पुलिस के साथ ही सीआरपीएफ के खुफिया तंत्र को भी इनपुट मिल रहा है। उस इनपुट के आधार पर रणनीति तैयार की जाती है और उसी रणनीति के तहत बार्डर के क्षेत्रों में कां¨बग अभियान चलाया जाता है। जिले के सीमावर्ती गांवों में ग्रामीणों व जंगली क्षेत्रों में चरवाहों से इसके बारे में जानकारी ली जाती है।
ए लेवल की कां¨बग पर होता है जोर
सोनभद्र : जिले की सीमाएं बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश से सटी हैं। इसलिए यहां खास सतर्कता रहती है। सर्दी के दिनों में नक्सलियों के जिले की सीमा में प्रवेश रोकने के लिए हर राज्य की सीमा पर यूपी और उस राज्य पुलिस के साथ कां¨बग की जाती है। कां¨बग में दोनों राज्यों की सीआरपीएफ भी होती है। दोनों राज्यों के खुफिया टीम संयुक्त रूप से इनपुट इकठ्ठा करती है और एक दूसरे से साझा करके नक्सली गतिविधियों पर अंकुश लगाने की दिशा में कदम बढ़ाती है।
बोले अधिकारी..
जिले से लगने वाली हर राज्य की सीमा पर चौकसी है। जिले की पुलिस व सीआरपीएफ पूरी रणनीति के तहत कार्य कर रही है। बार्ड क्षेत्रों में लगातार कां¨बग अभियान चलाया जा रहा है। बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश की पुलिस से तालमेल बनाकर कां¨बग अभियान चलाया जा रहा है।
-डा.अवधेश कुमार ¨सह, अपर पुलिस अधीक्षक नक्सल।