Move to Jagran APP

गड्ढे में फंसा ट्रेलर, यातायात दो घंटे ठप

जागरण संवाददाता विढमगंज/महुली झारखंड की सीमा से लगे दुद्धी-विढमगंज के बीच रीवा-रांची र

By JagranEdited By: Published: Mon, 21 Sep 2020 04:43 PM (IST)Updated: Mon, 21 Sep 2020 04:43 PM (IST)
गड्ढे में फंसा ट्रेलर, यातायात दो घंटे ठप
गड्ढे में फंसा ट्रेलर, यातायात दो घंटे ठप

जागरण संवाददाता, विढमगंज/महुली : झारखंड की सीमा से लगे दुद्धी-विढमगंज के बीच रीवा-रांची राष्ट्रीय राजमार्ग गड्ढों में तब्दील हो गया है। 18 किमी लंबे इस मार्ग पर एक-दो नहीं दर्जनों की संख्या में बने गड्ढों में बारिश का पानी भरने से इसकी गहराई का पता ही नहीं चला। इसी गड्ढे में विढमगंज के काली मंदिर के पास सोमवार की सुबह आठ बजे झारखंड की तरफ से आ रहा ट्रेलर फंसने से भीषण जाम लग गया। काफी मशक्कत से दो घंटे बाद जाम हटा।

loksabha election banner

गड्ढों की स्थिति यह है कि इस मार्ग पर चलने वाले दो पहिया वाहन व भारी वाहनों को गहराई का पता नहीं चलता। दो पहिया सवार गड्ढों की वजह से गिरकर जख्मी हो जाते हैं तो चार पहिया वाहन फंस कर यातायात व्यवस्था की दुर्गति करा दे रहे हैं। कहीं-कहीं तो गड्ढों की गहराई तीन से चार फीट तक है। पानी भरने के कारण हर दिन छोटी व बड़ी घटनाएं हो रही है। इसके अलावा रीवा-रांची मार्ग के मरम्मत के लिए सड़क की पटरियों पर गिराई गई गिट्टियों के बिखर जाने से भी दुर्घटना हो रही है। बिखरी गिट्टियों पर दो पहिया वाहन सवार अक्सर सरक कर गड्ढे में गिर पड़ते हैं। हैवी वाहनों के टायर से दबकर छिटकी गिट्टियां गोली की तरह वार कर कर रही हैं। ग्रामीण अवधेश कनौजिया, शम्भू गुप्ता, श्रवण गुप्ता, अनिल कुमार ने बताया कि हर दिन हो रहे हादसों से आक्रोश बढ़ता जा रहा है।

-

खाई में गिरा पिकअप, बचा चालक

विढमगंज : स्थानीय थाना क्षेत्र के रीवा-रांची राजमार्ग पर महुली में सोमवार की सुबह अनियंत्रित होने के बाद एक पिकअप खाई में गिर गया। इस हादसे में चालक बाल-बाल बच गया। कमलेश, शोभनाथ, राजू, विशाल व दिलीप कनौजिया का कहना है कि महुली में लगने वाले साप्ताहित बाजार के कारण दर्जनों मालवाहक पिकअप, आटो व कोचिग करने वाले छात्रों की भीड़ हर दिन लगती है। बावजूद मार्ग के मरम्मत की फिक्र नहीं की जा रही है।

-

गड्ढे में तब्दील 20 वर्ष पूर्व बना खड़ंजा

सांगोबांध : म्योरपुर ब्लॉक के ग्राम पंचायत सांगोबांध के पनकानी टोला में ग्राम पंचायत से वर्ष 2001 में बना खड़ंजा गड्ढे में तब्दील हो गया है। जिसमें चलना मुश्किल हो रहा है। ग्रामीण रामऔतार, शिवसरन, शिवकुमार, शिवशंकर, नारायण, जगरनाथ आदि ने डीएम का ध्यान आकृष्ट कराया है। कहना है कि दलित आदिवासी बस्ती में दो सौ से ज्यादा लोग निवास करते हैं लेकिन छह सौ मीटर दूर मुख्य सड़क तक पैदल चलना मुश्किल हो रहा है। गर्भवती और बीमार महिलाओं को भी सड़क तक आने-जाने में दिक्कत हो रही है। ग्राम विकास अधिकारी अरुण वर्मा ने बताया कि अगले सत्र में संपर्क मार्ग का निर्माण कराए जाने का प्रस्ताव बनाया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.