सूतक में मंदिर का कपाट बंद, दोपहर में ही हुई सांध्य आरती
जासं, सोनभद्र: सदी के सबसे लंबे चंद्र ग्रहण को लेकर पुजारियों द्वारा पहले से ही तैयारी कर ली गई थी।
जासं, सोनभद्र: सदी के सबसे लंबे चंद्र ग्रहण को लेकर पुजारियों द्वारा पहले से ही तैयारी कर ली गयी थी। शुक्रवार की रात में 11.54 बजे से लगे चंद्र ग्रहण के मद्देनजर दोपहर में 2.54 बजे से ही सूतक लग गया था। सूतक लगने से पहले ही मंदिरों का कपाट बंद कर दिया गया। इससे पूर्व पुजारियों द्वारा दोपहर में ही विधि-विधान पूर्वक भगवान की सांध्य आरती कर ली गयी। दोपहर में ही घंटे-घड़ियाल की ध्वनि के साथ आरती गायन सुन कई भक्त भी एकत्रित हो गये। ग्रहण के प्रभाव को कम करने के लिए श्रद्धालुओं द्वारा सुबह से ही दर्शन-पूजन प्रारंभ कर दिया गया। ग्रहण काल के कारण भक्तों द्वारा रात्रि जागरण कर ईष्टदेव के नाम का जप किया गया। अधिकांश राशियों के लिए ग्रहण कष्टकारी होने के कारण लोगों द्वारा ज्योतिषियों से परामर्श लेकर अपनी राशि के अनुसार शनिवार की सुबह पूजा-पाठ की तैयारी भी मुकम्मल किये हैं।