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नक्सलियों की टोह में जंगलों में घुसी फोर्स

बिहार छत्तीसगढ़ झारखंड और मध्य प्रदेश की सीमा से सटे जनपद में नक्सल गतिविधियों में काफी हद तक अंकुश लगाने में पुलिस कामयाब रही है लेकिन सीमावर्ती राज्यों में नक्सलियों की चहलकदमी व वारदातों के बाद उनके घुसपैठ की संभावना से इंकार भी नहीं किया जा सकता

By JagranEdited By: Published: Thu, 18 Jun 2020 06:04 PM (IST)Updated: Thu, 18 Jun 2020 06:04 PM (IST)
नक्सलियों की टोह में जंगलों में घुसी फोर्स

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड और मध्य प्रदेश की सीमा से सटे जनपद में नक्सल गतिविधियों में काफी हद तक अंकुश लगाने में पुलिस कामयाब रही है लेकिन, सीमावर्ती राज्यों में नक्सलियों की चहलकदमी व वारदातों के बाद उनके घुसपैठ की संभावना से इन्कार भी नहीं किया जा सकता है। जिले से सटे खलियारी से 12 किलो दूर बिहार सीमा के पास नक्सली गतिविधियों के बढ़ने के चौथे दिन गुरुवार को भी पुलिस नक्सलियों की टोह में जंगल में घुसी और शाम तक कांबिग की गई।

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पुलिस की सक्रियता के कारण जिले में कोई नक्सली वारदात तो नहीं हुई है लेकिन, जनपद से सटे इलाकों में अक्सर नक्सलियों की चहलकदमी की सूचनाएं मिलती रहती हैं। ऐसे में बारिश के मौसम में जब नदी, नालों में पानी भरेगा, पुलिस की कांबिग कम होगी तो नक्सलियों के घुसपैठ की संभावना बढ़ जाती है। बरसात के शुरू होते ही नगवां ब्लाक के खलियारी से महज 12 किमी दूर अधौरा थाना क्षेत्र के जंगल में सिलेंडर व टिफिन बम मिलने से जनपद में भी सतर्कता बढ़ा दी गई है। अधौरा पुलिस का कहना था कि सीआरपीएफ के जवानों के वाहन को उड़ाने के लिए नक्सलियों में बम बिछाया था। जिसे समय रहते पकड़ लिया गया और नक्सलियों की एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया गया है। इस घटना के चौथे दिन गुरुवार को भी गैर प्रांत के सीमावर्ती इलाकों में चौकसी रही। रायपुर, रामपुर बरकोनिया व कोन पुलिस ने बिहार से लगने वाली सीमावर्ती जंगलों में सीआरपीएफ व पीएसी के साथ सुबह ही घुस गई। नक्सलियों की टोह लेते हुए फोर्स बिहार सीमा तक गई। इस दौरान रास्ते में पड़ने वाले गांव के लोगों से उनकी समस्या सुनने के बाद संदिग्ध व्यक्ति के दिखने पर उसकी सूचना तत्काल पुलिस को दिए जाने का निर्देश दिया। बिहार सीमा में बम मिलने से छत्तीसगढ़ व झारखंड सीमा पर भी सतर्कता बढ़ा दी गई है। दुद्धी कोतवाली व विढमगंज थाने की फोर्स ने झारखंड व बभनी थाने की पुलिस ने छत्तीसगढ़ सीमा पर कांबिग की। बिहार-झारखंड में नक्सली वारदातों से घुसपैठ की संभावना

जिला नक्सल प्रभावित रहा है। पूर्व में यहां के 273 गांव नक्सल प्रभावित श्रेणी में रहे हैं। हालांकि, हाल के वर्षों में यहां नक्सली किसी बड़ी वारदात को अंजाम नहीं दे सके हैं लेकिन, दुरूह क्षेत्र होने के कारण यह नक्सलियों के मददगार साबित होते रहे हैं। झारखंड, बिहार, मघ्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ की सीमा से सटा हुआ है। इन राज्यों में कुछ माह में नक्सली गतिविधियां बढ़ी हैं। सोनभद्र-चंदौली की सीमा से सटे बिहार के इलाके में एक दर्जन असलहाधारी नकाबपोश देखे जाने, चोपन थाना क्षेत्र में एक झारखंड का नक्सली होने का सुराग मिलने व फिर बिहार सीमा में दो बम मिलने से घुसपैठ की आशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता है। नक्सलियों की घुसपैठ को रोकने के लिए लगातार कांबिग की जा रही है। सीमा वाले थानों को अलर्ट किया गया है। बारिश के मौसम में भी कांबिग की जा रही है। पड़ोसी राज्यों से बेहतर समन्वय स्थापित करके नक्सलियों से निपटने का प्लान पहले से ही तैयार है।

- आशीष श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक, सोनभद्र।


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