राजस्व नक्शे में फिलहाल दर्ज नहीं है आम रास्ता
म्योरपुर थाना क्षेत्र के कुंडाडीह ग्राम प्रधान के खौफ से घर छोड़े परिवार को प्रशासनिक टीम ने उसके घर पहुंचाया। पीड़ित के साथ मौके पर गए हलका कानूनगो एवं लेखपाल ने ग्राम प्रधान द्वारा बंद किये गए मार्ग राजस्व नक्शे में दर्ज नहीं है।
जासं, दुद्धी (सोनभद्र) : म्योरपुर थाना क्षेत्र के कुंडाडीह के ग्राम प्रधान के खौफ से घर छोड़े परिवार को प्रशासनिक टीम ने उसके घर पहुंचाया। पीड़ित के साथ मौके पर गए कानूनगो व लेखपाल ने पाया कि ग्राम प्रधान द्वारा बंद किया गया मार्ग राजस्व नक्शे में दर्ज नहीं है, जबकि उस कच्चे मार्ग के दोनों ओर ग्राम प्रधान का खेत है। यह रिपोर्ट आने के बाद अब प्रशासनिक टीम यह पता लगाने में जुटी हुई है कि उक्त मार्ग ग्राम प्रधान पंचायत के धन से बनवाया है या निजी खर्चे से। बहरहाल आठ दिनों तक दर-दर भटकने के बाद पीड़ित परिवार की रात अपने छत के नीचे व्यतीत किया।
एसडीएम सुशील कुमार यादव ने बताया कि मामले में आरोपित प्रधान के बारे में अब तक जो रिपोर्ट आई है, उसमें उक्त मार्ग के सार्वजनिक होने की बात नहीं है। पीड़ित पक्ष द्वारा बताया जा रहा है कि वह मार्ग ग्राम पंचायत द्वारा सार्वजनिक रूप से बनवाया गया है। इस आरोप की भी जांच कराई जा रही है। फिलहाल पीड़ित परिवार को पूर्ण सुरक्षा का भरोसा देते हुए उसे घर भेजा दिया गया है। प्रकरण पर पूरी गंभीरता से नजर रखी जा रही है। म्योरपुर पुलिस के मुताबिक आरोपित ग्राम प्रधान एवं पीड़ित परिवार के महिलाओं के बीच बीते बीस अगस्त को कहासुनी हुई थी। इसकी जानकारी होने पर दोनों पक्ष को थाने में बुलाया गया था। किसी तरह की मारपीट की घटना संज्ञान में नहीं आई थी। दोनों के बीच पुरानी रंजिश चली आ रही है। प्रधान के पुत्र के खिलाफ वन अधिनियम के तहत सात मामले दर्ज है। जिसमें वन विभाग द्वारा अवैध रूप से वन भूमि पर कब्जा करने का आरोप पूर्व में लगाया गया है।