ठंड व कोहरे से स्वर्णजयंती एक्सप्रेस रद
मौसम में उतार-चढ़ाव का सिलसिला शुक्रवार को भी जारी रहा। मौसम के बदले मिजाज ने लोगों को हिलाकर रख दिया है। कोहरे की चादर ओढ़ने के साथ मौसम में सर्द हवाओं का असर भी बढ़ता जा रहा है। लगातार कम होते तापमान और कोहरे के कारण जहां कई ट्रेनें विलंबित चल रही हैं तो वहीं रेलवे प्रशासन ने जिले से होकर गुजरने वाली स्वर्णजयंती एक्सप्रेस ट्रेन को निरस्त कर दिया है। यह ट्रेन 15 फरवरी तक निरस्त रहेगी।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : मौसम में उतार-चढ़ाव का सिलसिला शुक्रवार को भी जारी रहा। मौसम के बदले मिजाज ने लोगों को हिलाकर रख दिया है। कोहरे की चादर ओढ़ने के साथ मौसम में सर्द हवाओं का असर भी बढ़ता जा रहा है। लगातार कम होते तापमान और कोहरे के कारण जहां कई ट्रेनें विलंबित चल रही हैं तो वहीं रेलवे प्रशासन ने जिले से होकर गुजरने वाली स्वर्णजयंती एक्सप्रेस ट्रेन को निरस्त कर दिया है। यह ट्रेन 15 फरवरी तक निरस्त रहेगी।
करीब एक सप्ताह से शुरू हुए कोहरे का असर महज सात दिन में ही इस तरह का असर दिखाने लगा है कि सुबह के समय सोनांचल कर कोना-कोना ढका रहता है। जब घने कोहरे को चीरते हुए सूर्य की किरणें धरती पर आती हैं तब लोगों को राहत महसूस होती है। शुक्रवार को सोनभद्र रेलवे स्टेशन से होकर गुजरने वाली रेल गाड़ियों में से ज्यादातर विलंबित रहीं। रेलवे के सूत्रों के मुताबिक शक्तिनगर से बरेली तक जाने वाली त्रिवेणी एक्सप्रेस, शक्तिनगर से वाराणसी जाने वाली इंटरसिटी, जम्मूतवी से टाटानगर जमशेदपुर जाने वाली मूरी एक्सप्रेस अप एवं डाउन दो से लेकर चार घंटे तक विलंबित रही। इतना ही नहीं हटिया से आनंद बिहार जाने वाली स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस व आनंद बिहार से हटिया जाने वाली स्वर्णजयंती डाउन को 15 फरवरी तक के लिए निरस्त कर दिया गया है। अभी और बढ़ेगी गलन
मौसम विभाग की मानें तो आने वाले समय में ठंडक और बढ़ेगी। कुछ दिन तक खुशनुमा रहे मौसम ने अब अपना स्वरूप बदलना शुरू कर दिया है। आलम यह है कि सुबह व शाम के वक्त ठंड से लोक कंपकपाते नजर आ रहे हैं। कोहरा की अधिकता से सड़क व वाहनों की रफ्तार को भी ब्रेक लग रहा है। मौसम के मिजाज में आए अचानक बदलाव से लोगों को समस्याएं हो रही हैं। ठंड बढ़ने के साथ ही प्रशासन की संवेदनहीनता फिर से सतह पर दिखी। कहीं भी न तो अलाव जले न ही कंबल का वितरण हुआ। पिछले चार दिनों से ठंड व कोहरे में एकाएक बढ़ोत्तरी को देखकर अलाव जलाने की मांग तेज हो गई है। स्कूली बच्चों को हो रही समस्या
बढ़ते ठंड में सुबह के वक्त स्कूली बच्चों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सभी ठिठुरते हुए स्कूल वाहन की प्रतीक्षा करते दिख रहे हैं। ठंड में इजाफा के कारण पशु-पक्षियों को भी दिक्कत होनी शुरू हो गई है। गेहूं की फसल के लिए इस बढ़ी ठंड ने कुछ राहत दी है। नगर के लोगों ने कहा कि बढ़ती ठंड को देखते हुए स्कूल का समय बदला जाए, ताकि बच्चों को आराम हो सके।