Move to Jagran APP

कार्य में लापरवाही पर पूर्ति निरीक्षक हटाए गए

सोनभद्र वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के बीच जारी लॉकडाउन अवधि में कार्य के प्रति सुस्ती करने और खंड विकास अधिकारी से फोन पर गलत ढंग से बात करने के आरोप में चतरा ब्लाक के पूर्ति निरीक्षक को हटा दिया गया। गुरुवार को हुई इस कार्रवाई के बाद उन्हें कोविड-19 कंट्रोल रूम से संबद्ध कर दिया गया है। उनकी जगह राब‌र्ट्सगंज ब्लाक के पूर्ति निरीक्षक को अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। ये पहले भी लॉकडाउन का उल्लंघन करते हुए बगैर किसी को सूचना दिए ही घर चले गए थे। उस मामले की भी जांच हो रही थी।

By JagranEdited By: Published: Thu, 28 May 2020 05:28 PM (IST)Updated: Thu, 28 May 2020 05:28 PM (IST)
कार्य में लापरवाही पर पूर्ति निरीक्षक हटाए गए
कार्य में लापरवाही पर पूर्ति निरीक्षक हटाए गए

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के बीच जारी लॉकडाउन अवधि में कार्य के प्रति सुस्ती करने और खंड विकास अधिकारी से फोन पर गलत ढंग से बात करने के आरोप में चतरा ब्लाक के पूर्ति निरीक्षक को हटा दिया गया। गुरुवार को हुई इस कार्रवाई के बाद उन्हें कोविड-19 कंट्रोल रूम से संबद्ध कर दिया गया है। उनकी जगह राब‌र्ट्सगंज ब्लाक के पूर्ति निरीक्षक को अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। ये पहले भी लॉकडाउन का उल्लंघन करते हुए बगैर किसी को सूचना दिए ही घर चले गए थे। उस मामले की भी जांच हो रही थी।

loksabha election banner

आपूर्ति विभाग के मुताबिक इन दिनों विभिन्न जनपदों व राज्यों के लोग सोनभद्र में हैं। जिन्हें रोजगार नहीं मिल रहा है वे परेशान हैं। उनकी समस्या को दूर करने के लिए फार्म भरवाकर अस्थाई राशन कार्ड बनाने की प्रक्रिया अपनाई जा रही है। आरोप है कि पूर्ति निरीक्षक चतरा राजेश कुमार फार्म इकट्ठा करने में शिथिलता बरत रहे थे। साथ ही किसी मामले में खंड विकास अधिकारी से फोन पर बात करते समय गलत ढंग से बात किया। ऐसे में इसकी जांच कराकर चतरा से हटा दिया गया। जिला पूर्ति अधिकारी डा. राकेश तिवारी ने बताया कि कार्य में शिथिलता बरतने व बीडीओ के साथ फोन पर दु‌र्व्यवहार करने के कारण चतरा से हटाकर कोविड-19 कंट्रोल रूम से संबद्ध कर दिया गया है। बताया कि पहले भी लॉकडाउन का उल्लंघन करते हुए बगैर बताए ही घर जाने के मामले की जांच चल रही है। इस संबंध में पूर्ति निरीक्षक राजेश कुमार ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है। अप्रवासियों का राशन कार्ड बनाने के लिए दूसरे को लगाया गया है। बीडीओ से बात करने में गलत ढंग से पेश आने जैसी कोई बात नहीं है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.