पुरानी पेंशन व्यवस्था को लेकर राज्य कर्मियों का प्रदर्शन
पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल कराए जाने समेत विभिन्न मांगों के समर्थन में उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी महासंघ के बैनर तले विभिन्न विभागों के कर्मियों ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट परिसर में धरना-प्रदर्शन किया। सरकार के खिलाफ नारेबाजी किया और शीघ्र मांग पूरी न होने पर बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी दी। धरने में विभिन्न विभागों के कर्मचारी व कर्मचारी नेता शामिल हुए।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल कराए जाने समेत विभिन्न मांगों के समर्थन में उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी महासंघ के बैनर तले विभिन्न विभागों के कर्मियों ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट परिसर में धरना-प्रदर्शन किया। सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और शीघ्र मांग पूरी न होने पर बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी दी। धरने में विभिन्न विभागों के कर्मचारी व कर्मचारी नेता भी शामिल हुए।
महासंघ के जिलाध्यक्ष राजेश कुमार ¨सह की अध्यक्षता में चले धरना-प्रदर्शन के बाद जिलाधिकारी को चार सूत्रीय ज्ञापन सौंपा गया। नारेबाजी करने वालों ने कहा कि पुरानी पेंशन व्यवस्था को बहाल किया जाना चाहिए, सातवें वेतन आयोग में न्यूनतम वेतन 26 हजार रुपये किया जाए, संविदा व आउट सोर्सिंग व्यवस्था बंद करके नियमित नियुक्ति की जाए। संविदा व आउटसोर्सिंग व्यवस्था वर्कर्स जैसे आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा बहू एवं संगिनी, रसोइयां, पीआरडी आदि को केंद्र व राज्य कर्मचारियों की तरह न्यूनतम वेतन 18 हजार रुपये दिया जाए, चिकित्सा प्रतिपूर्ति संबंधी 25 अक्टूबर 2018 को जारी शासनादेश वापस लिया जाए। पदाधिकारियों ने चेतावनी दी कि अगर शीघ्र हमारी मांगें नहीं मानी जाती हैं तो हम बड़ा आंदोलन करेंगे। धरने को महामंत्री वीरेंद्र कुमार, आंगनबाड़ी संघ की प्रांतीय महामंत्री साधना विश्वकर्मा, जिलाध्यक्ष प्रतिमा ¨सह, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष गोपाल नारायण, पीआरडी के जिलाध्यक्ष राम नगीना, मंडल अध्यक्ष अभिनेश ¨सह आदि ने संबोधित किया। इस मौके पर लल्लू प्रसाद, संजय ¨सह, गोपाल प्रसाद, गिरजा ¨सह, सेवादास, बलवंत कुमार, सुरेंद्र वर्मा, ज्ञान प्रकाश, पंकज कुमार आदि मौजूद थे।