Move to Jagran APP

नीति आयोग की डेल्टा रैंकिग में सोनभद्र हुआ पीछे

देश के 115 एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट में सोनभद्र की स्थिति फरवरी के मुकाबले मार्च में गिरी है। मार्च माह की जारी डेल्टा रैंकिग में जहां सोनभद्र नौवें पायदान पर था वह अब खिसककर 59वें पर पहुंच गया। डेल्टा रैंक गिरने की प्रमुख वजह स्वास्थ्य सेवाओं में अपेक्षित सुधार न होने व धरातल पर काम न दिखना बताया जा रहा है। हालांकि बाकी सभी क्षेत्रों में फरवरी के बाद मार्च में भी कुछ न कुछ सुधार हुआ है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 05 May 2019 05:35 PM (IST)Updated: Sun, 05 May 2019 09:06 PM (IST)
नीति आयोग की डेल्टा रैंकिग में सोनभद्र हुआ पीछे
नीति आयोग की डेल्टा रैंकिग में सोनभद्र हुआ पीछे

जागरण संवाददाता, सोनभद्र : देश के 115 एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट में सोनभद्र की स्थिति फरवरी के मुकाबले मार्च में गिरी है। मार्च माह की जारी डेल्टा रैंकिग में जहां सोनभद्र नौवें पायदान पर था वह अब खिसक कर 59 वें पर पहुंच गया है। डेल्टा रैंकिग गिरने की प्रमुख वजह स्वास्थ्य सेवाओं में अपेक्षित सुधार न होने व धरातल पर काम न दिखना बताया जा रहा है। हालांकि बाकी सभी क्षेत्रों में फरवरी के बाद मार्च में भी कुछ न कुछ सुधार हुआ है।

loksabha election banner

मार्च महीने की जारी डेल्टा रैंकिग पर गौर करें तो ओवरआल 52.7 के कुल स्कोर के साथ 59 वां स्थान है जबकि इतने ही रैंक के साथ फरवरी माह में नौवीं रैंक थी। बात करें स्वास्थ्य एवं पोषण की तो फरवरी माह में 60.3 स्कोर के साथ 12 वीं रैंक थी, जो अब 57.5 स्कोर के साथ 105 वीं रैंक पर अटका है। वहीं शिक्षा का स्कोर न तो बढ़ा और न ही घटा। यानी 52.7 स्कोर है। डेल्टा रैंकिग में 13 वीं रैंक मिली है। इसी तरह कृषि एवं जल संसाधन के मामले में 23.8 से 24.6 की स्कोर मिली है। यानी डेल्टा रैंकिग 17 वीं है। वित्तीय समावेशन एवं कौशल विकास में भी 23.8 से बढ़कर 28.7 की स्कोर मिली है यानि डेल्टा रैंकिग 32 है। बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में भी पहले से सुधार हुआ है। फरवरी माह का जो स्कोर 92.7 था वह अब 93.8 हो गया है। डेल्टा रैंक 28 वीं मिली है। इस डेल्टा रैंकिग से साफ तौर पर पता चलता है कि स्वास्थ्य के मामले में अभी भी व्यापक सुधार की जरूरत है। क्यों गिरी डेल्टा रैंकिग

सोनभद्र की डेल्टा रैंकिग गिरने के पीछे सबसे बड़ी वजह स्वास्थ्य सेवाओं में अपेक्षित सुधार न होना बताया जा रहा है। फरवरी माह में जिस स्वास्थ्य की स्थिति 12 वीं रैंक थी वह अब सीधे 105 पर पहुंच गई है। इसका मतलब साफ है कि स्वास्थ्य एवं पोषण की गिरी डेल्टा रैंक ने ओवरआल डेल्टा रैंक पर भी असर डाला है। स्वास्थ्य विभाग से जुड़े अधिकारियों की मानें तो डेल्टा रैंकिग कैसे गिरी यह तो स्पष्ट नहीं है, लेकिन हां इतना जरूर है कि कुछ कमियां हैं। जैसे यहां अभी भी स्त्री रोग विशेषज्ञ नहीं हैं। ग्रामीण इलाकों में जागरूकता की कमी है। धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। एक साल में काफी ज्यादा सुधार हुआ है। आगे भी सुधार होगा।

........................

स्वास्थ्य एवं पोषण की डेल्टा रैंकिग कैसे इतनी ज्यादा गिर सकती है मुझे खुद समझ में नहीं आ रहा है। हां, इतना है कि कुछ गिरी होगी क्योंकि मार्च महीने की फीडिग में कुछ दिक्कत आई थी। वैसे जिले में स्वास्थ्य की स्थिति में बीते एक साल में काफी ज्यादा सुधार हुआ है।

- डा. एसपी सिंह, सीएमओ, सोनभद्र।

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.