एक दिन में दो बार ट्रिप हुई छठवीं इकाई
जागरण संवाददाता, अनपरा (सोनभद्र) : अनपरा परियोजना की पहले से ही दो इकाइयों से बंद हुए बिजल
जागरण संवाददाता, अनपरा (सोनभद्र) : अनपरा परियोजना की पहले से ही दो इकाइयों से बंद हुए बिजली उत्पादन को झेल रहे उत्पादन निगम को शनिवार को एक और झटका लगा। 500 मेगावाट की छठवीं इकाई भी सुबह आठ बजकर 56 मिनट और शाम पांच बजकर 26 मिनट पर ट्रिप कर गई। जेनरेटर मैकेनिकल प्रोटेक्शन में आई तकनीकी खामी की वजह से इस इकाई से दो बार उत्पादन बंद करना पड़ा। हालांकि गनीमत रही कि इस तकनीकी खामी को पहली बार तीन घंटे में और दूसरी बार करीब एक घंटे में ठीक कर लिया गया। अब इकाई से पूरी क्षमता से उत्पादन हो रहा है।
इससे पहले गुरुवार और शुक्रवार को भी अनपरा ए और अनपरा बी की दो इकाइयों को ब्वायलर ट्यूब में लीकेज के कारण उत्पादन बंद करना पड़ा था। जिन्हें अभी तक ठीक भी किया जा सका है और इसी बीच शनिवार को एक और इकाई से उत्पादन बंद हो गया। गुरुवार को बंद हुई इकाई 210 मेगावाट क्षमता की थी। जबकि शुक्रवार को 500 मेगावाट क्षमता की इकाई ट्रिप हुई थी। ब्वायलर ट्यूब में आई खराबी को ठीक होने में अभी समय लग सकता है।
वहीं दूसरी ओर बिजली की मांग में कमी अभी भी जारी है जिससे प्रदेश की 18 इकाइयों से उत्पादन बंद करना पड़ा है। इसके बावजूद निगम को थर्मल बै¨कग करनी पड़ रही है। शनिवार को बिजली घरों से लगभग 3000 मेगावाट की थर्मल बै¨कग हुई। यह आलम तब है जब करीब 2700 मेगावाट की इकाइयां बंद कराई गई हैं। यानि इकाइयों को बंद नहीं किया गया होता तो थर्मल बै¨कग 5700 मेगावाट के रिकार्ड स्तर को पार कर गई होती। शुक्रवार को बिजली की मांग पूरे दिन 11000 मेगावाट से 13000 मेगावाट के बीच रही। दिनोंदिन कम हो रही बिजली की मांग के मद्देनजर बंद की गई बिजली परियोजना में हरदुआगंज और पारीछा ए सरकारी परियोजनाएं रहीं। जबकि प्राइवेट सेक्टर के बीईपीएल की पांचों परियोजनाएं और रोसा की दोनों परियोजनाओं को बंद करने का फैसला किया गया। ताकि बिजली के थ्रोबैक से बचा जा सके।