बाल मित्र थाने का किया निरीक्षण
तहसील मुख्यालय पर बालश्रम एवं बाल विवाह पर यूनिसेफ द्वारा आयोजित कार्यशाला में मुख्य प्रशिक्षक के तौर पर आये मैग्सेसे संदीप पांडेय की टीम शनिवार को अचानक कोतवाली धमक पड़े।
जासं, दुद्धी (सोनभद्र) : तहसील मुख्यालय पर बालश्रम एवं बाल विवाह पर यूनिसेफ द्वारा आयोजित कार्यशाला में मुख्य प्रशिक्षक के तौर पर आए मैग्सेसे पुरस्कार प्राप्त संदीप पांडेय की टीम शनिवार को अचानक कोतवाली धमक पड़ी। दोपहर बाद कोतवाली पहुंचे श्री पांडेय एवं यूनिसेफ की पियूष एंथनी ने प्रभारी निरीक्षक से बाल मित्र थाने में आने वाले बच्चों के बारे में पूछताछ के साथ ही उसका जायजा लिया।
थाने में पड़ी बाल कहानियों की किताबों आदि के बारे में जानकारी लेने के बाद बाल अपराधों के बारे में भी गहनता पूर्वक जानकारी ली। इस बात कोतवाल विनोद यादव ने टीम को बताया कि साल भर पूर्व खोले गए बाल मित्र थाने में कोई बालक शिकायत लेकर नहीं आया है। आम तौर पर गांवों से आने वाली महिलाओं के साथ उनके बच्चे आते रहते है। इसके अलावा कई ऐसी आपराधिक घटनाएं हुई, जिसमें संदिग्ध आरोपित बालक होते है। ऐसे मामलों में उनके अभिभावकों के सामने सिविल ड्रेस में पुलिस कर्मियों द्वारा पूछताछ की जाती है। 90 प्रतिशत मामलों में उनके अभिभावकों को चेतावनी देकर छोड़ दिया जाता है। करीब घंटे भर के निरीक्षण के दौरान सहायक इंस्पेक्टर गोपाल जी यादव, यूनिसेफ टीम से अजय कुमार, नौशाद आदि लोग उपस्थित रहे।