49 लाख से बनेगा सखी वन स्टाप सेंटर का भवन
किराए के भवन में संचालित होने वाले सखी वन स्टाप सेंटर का अब अपना भवन होगा। 49 लाख रुपये से बनने वाले इस भवन के लिए 24 लाख 34 हजार 686 रुपये की धनराशि बुधवार को शासन की तरफ से मिल गई। प्रांतीय खंड पीडब्ल्यूडी को कार्यदायी संस्था नामित किया गया है।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : किराए के भवन में संचालित होने वाले सखी वन स्टाप सेंटर का अब अपना भवन होगा। 49 लाख रुपये से बनने वाले इस भवन के लिए 24 लाख 34 हजार 686 रुपये की धनराशि बुधवार को शासन की तरफ से मिल गई। प्रांतीय खंड पीडब्ल्यूडी को कार्यदायी संस्था नामित किया गया है। इसी महीने के अंत में काम शुरू हो जाएगा। छह महीने में भवन को तैयार कर विभाग को हैंडओवर कर दिया जाएगा।
आयुर्वेद अस्पताल के बगल में किराए के भवन में अस्थाई रूप से सखी वन स्टाप सेंटर का संचालन किया जा रहा था। कम जगह होने के कारण पीड़ितों के लिए यहां पर पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी। इसके चलते काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। इसको देखते हुए वर्ष 2019 में जिला अस्पताल परिसर में 100 बेड के अस्पताल के बगल में सखी वन स्टाप सेंटर बनाने के लिए जिला प्रशासन की तरफ से भूमि चिह्नित की गई थी। शासन से धन नहीं मिलने के चलते काम नहीं हो रहा था। अब शासन की तरफ से बुधवार को पहली किस्त 24 लाख 34 हजार 686 रुपये की धनराशि मिलने के बाद भवन बनाने का काम शुरू कर दिया जाएगा। जिले की महिलाओं को दहेज प्रथा, घरेलू हिसा या अन्य कारणों से पीड़ित होने पर दर-दर भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। उन्हें सखी वन स्टाप सेंटर में कानूनी सलाह से लेकर रहने और खाने तक की सुविधा मुहैया कराई जाएगी। इसके लिए प्रशासनिक कवायद आरंभ हो गई है। इसके बाद एक ही छत के नीचे पीड़ित महिलाओं को रहने, खाने सहित कानूनी सहायता भी उपलब्ध कराई जाएगी। वन स्टाप सेंटर में यह होगी व्यवस्था
पीड़ित महिलाओं के लिए पुलिस चौकी, मनोवैज्ञानिक सामाजिक परामर्श दाता, मेडिकल चेकअप के लिए चिकित्सक, विधिक परामर्श हेतु दो महिला वकील, पीड़िता को ठहरने व खाने लिए पांच दिन की सुविधा, अगर वह आत्मनिर्भर होना चाहती है तो उसके कौशल विकास की तरफ से प्रशिक्षण दिया जाएगा। वर्जन--
सखी वन स्टाप सेंटर के लिए शासन की तरफ से पहली किस्त मिल गई है। धन को जल्द ही कार्यदायी संस्था पीडब्ल्यूडी के खाते में हस्तांतरित कर दी जाएगी।
- अमरेंद्र पौत्स्यायन, जिला प्रोबेशन अधिकारी।