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रिहंद डैम का जलस्तर खतरे के निशान से महज पांच फीट दूर

जागरण संवाददाता ओबरा (सोनभद्र) रिहंद बांध का जलस्तर अधिकतम से मात्र पांच फीट कम रह गया

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 Sep 2020 06:05 PM (IST)Updated: Thu, 17 Sep 2020 06:05 PM (IST)
रिहंद डैम का जलस्तर खतरे के निशान से महज पांच फीट दूर

जागरण संवाददाता, ओबरा (सोनभद्र) : रिहंद बांध का जलस्तर अधिकतम से मात्र पांच फीट कम रह गया है। ऐसे में ओबरा डैम के फाटकों के खुलने की आशंका को देखते हुए आरंभिक तैयारी शुरू कर दी गई है। रिहंद के बढ़ने वाले जलस्तर का पूरा दबाब ओबरा डैम पर ही रहता है।

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दरअसल, छत्तीसगढ़ के सरगुजा और सूरजपुर जनपदों में बारिश का रिहंद के जलस्तर पर सीधा प्रभाव पड़ा है। मानसून की शुरुआत में सूरजपुर जिले में सामान्य से ज्यादा बारिश होने के कारण जहां रिहंद के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हुयी वहीं जलविद्युत उत्पादन में निरंतरता बनी रही। सूरजपुर जिले में अभी तक सामान्य बारिश 1055.5 मिलीमीटर के सापेक्ष 1241.9 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। जो सामान्य से 18 फीसद ज्यादा है। वहीं सरगुजा जिले में फिलहाल बारिश की बुरी स्थिति है। सरगुजा में अभी तक सामान्य बारिश 1152.5 मिलीमीटर के सापेक्ष 33 फीसद कम 768 मिलीमीटर बारिश हुयी है।

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रिहंद के जलस्तर में वृद्धि हुयी धीमी

अगस्त और चालू सितंबर माह के 46 दिनों में जलस्तर में मात्र 15.3 फीट की वृद्धि हुई है। एक अगस्त को रिहंद का जलस्तर 851.6 फीट था जो 15 सितंबर को 866.9 फीट तक पहुंचा है। पिछले वर्ष सितंबर के अंतिम सप्ताह और अक्टूबर के दो सप्ताह में भारी बारिश हुई थी। इस कारण रिहंद के जलस्तर में लगभग आठ फीट की वृद्धि हुई थी। अधिक बारिश होने की संभावना को देखते हुए रिहंद के फाटकों को खोलने की स्थिति बनेगी जिसका दबाव ओबरा डैम पर पड़ेगा। इसको देखते हुए ओबरा डैम के फाटकों की लगातार निगरानी रखी जा रही है। रिहंद के फाटक खुलने या वहां की इकाइयों के चलने से 15 हजार क्यूसेक पानी के भी आने से ओबरा डैम पर दबाव बढ़ जाता है। रिहंद से निरंतर 25 हजार क्यूसेक पानी आने की संभावना पर ओबरा डैम के फाटक खोलने पड़ते हैं। रिहंद का जलस्तर 870 फीट से ज्यादा होने पर ही फाटक खोल दिए जाते हैं।

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अगर ओबरा डैम के गेट खोलने की स्थिति बनेगी तो विभाग इसके लिए तैयार है। गेट खोलने में कोई तकनीकी दिक्कत नहीं आएगी। रिहंद और ओबरा डैम के जलस्तर पर लगातार निगरानी रखी जा रही है।

-ब्रिजेश कुमार सिंह, अवर अभियंता (मैकेनिकल), ओबरा बांध खंड।


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