प्राण-वायु पर नियंत्रण कर ऋषि-मुनि प्राप्त करते रहे हैं सिद्धियां
युवा भारत-भारत स्वाभिमान न्यास के तत्वावधान में चुर्क स्थित रामलीला प्रांगण में 13 जून से सात जुलाई तक चल रहे 25 दिवसीय सह-योग शिक्षक प्रशिक्षण शिविर में अठ्ठारहवें दिन प्रशिक्षणार्थियों समेत मौजूद जनसमूह का निश्शुल्क परीक्षण डा. मनोज चौधरी महामंत्री पतंजलि योग समिति के द्वारा किया गया।
जासं, चुर्क (सोनभद्र) : युवा भारत-भारत स्वाभिमान न्यास की ओर से आयोजित चुर्क स्थित रामलीला प्रांगण में 13 जून से सात जुलाई तक चल रहे 25 दिवसीय सह-योग शिक्षक प्रशिक्षण शिविर में अठ्ठारहवें दिन प्रशिक्षणार्थियों समेत मौजूद जनसमूह का निश्शुल्क परीक्षण डा. मनोज चौधरी महामंत्री पतंजलि योग समिति के द्वारा किया गया। शिविर में मुख्य अतिथि पतंजलि योग समिति के जिला प्रभारी रवि प्रकाश त्रिपाठी, विशिष्ट अतिथि जितेंद्र देव पांडेय, तहसील संगठन मंत्री पतंजलि योग समिति व हरि प्रसाद यादव तहसील प्रभारी पतंजलि योग समिति मौजूद रहे।
शिविर में हरि प्रसाद ने प्रशिक्षाणार्थियों को तमाम आसनों व उसका शरीर पर पड़ने वाले प्रभाव, रोग निवारण व स्वास्थ्य शरीर में योगदान के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। पतंजलि योग समिति के जिला प्रभारी ने प्राणायाम के बारे में जानकारी दी। बताया कि जिसने भी प्राणवायु पर नियंत्रण प्राप्त कर लिया उसके जीवन में कोई भी कार्य असंभव नहीं होता। कहा कि पुरातन ऋषि-मुनि प्राण-वायु पर नियंत्रण प्राप्त करके ही तमाम सिद्धियां प्राप्त कर लेते थे। इस अवसर पर योग शिक्षक संकट मोचन को पतंजलि के पदाधिकारियों द्वारा योग ऋषि स्वामी रामदेव द्वारा रचित पुस्तक योग दर्शन भेंटकर सम्मानित किया गया। 25 दिवसीय सह-योग शिक्षक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन युवा भारत/भारत स्वाभिमान न्यास के जिला प्रभारी आशीष पाठक, जिला महामंत्री संकट मोचन एवं नगरवासी चुर्क के सौजन्य से किया जा रहा है। प्रशिक्षण शिविर में काफी संख्या में लोग मौजूद रहे।