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सड़क किनारे कूड़ा फेंके जाने के विरोध में प्रदर्शन

ओबरा परियोजना कालोनी से खैरेटिया जाने वाले मुख्य मार्ग के बगल में परियोजना एवं नगर पंचायत द्वारा फेंके जाने वाले कूड़े को लेकर खैरेटिया के ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ते जा रहा है । कूड़े से हो रही दिक्कत को लेकर ग्रामीणों ने बुधवार को कूड़ा निस्तारण स्थल पर प्रदर्शन करते हुए परियोजना प्रशासन एवं न

By JagranEdited By: Published: Wed, 19 Sep 2018 10:42 PM (IST)Updated: Wed, 19 Sep 2018 10:42 PM (IST)
सड़क किनारे कूड़ा फेंके जाने के विरोध में प्रदर्शन

जागरण संवाददाता, ओबरा (सोनभद्र) : ओबरा तापीय परियोजना की कालोनी व नगर पंचायत से निकलने वाले कूड़े को खैरेटिया जाने वाले मुख्य मार्ग के बगल में फेंके जाने को लेकर खैरेटिया के ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ते जा रहा है। कूड़े से निकल रही दिक्कत को लेकर ग्रामीणों ने बुधवार को कूड़ा निस्तारण स्थल पर प्रदर्शन करते हुए परियोजना प्रशासन एवं नगर पंचायत के खिलाफ नारेबाजी की। आरोप लगाया कि लापरवाह तरीके से कूड़ा फेंकने की वजह से आसपास के क्षेत्रों में बीमारी बढ़ने के साथ ही राहगीरों को भारी दिक्कत हो रही है।

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ग्रामीणों ने कहा कि अगर कूड़े का सही तरीके से प्रबंधन नहीं किया गया तो ग्रामीण बड़ा आन्दोलन छेड़ने के लिए बाध्य होंगे। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे ग्राम सेवा समिति के अध्यक्ष शिवदत्त दुबे ने कहा कि खैरटिया से सटे रिहायशी इलाके के समीप कूड़ा-कड़कट फेंककर उसमें आग लगा दिया जाता है। इससे ग्रामीणों का जीना दूभर हो गया है। वर्षों से फेंके जा रहे कूड़े से प्रदूषण के कारण यहां सांस संबंधी बीमारियां पैदा हो गयी हैं तथा कितने ही इस बीमारी से काल के गाल में समा चुके हैं। इसी क्षेत्र मे ं मृत जानवरों को फेंक दिया जाता है। इससे संक्रमण भी शुरू हो गया है। कहा कि नगर पंचायत अपनी चिन्हित कूड़े की जमीन पर ही कूड़ा डम्प करे। खैरटिया के ग्रामीणों द्वारा नगर पंचायत में प्रार्थना पत्र देकर अवगत भी कराया जा चुका है लेकिन फिर भी कोई उचित ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। कूड़े के पास स्थित घरों के कई लोग सांस संबंधी रोग के शिकार होकर मृत हो चुके हैं। सरकार द्वारा स्वच्छता अभियान को स्थानीय प्रशासन द्वारा निष्क्रिय किया जा रहा है। बगल में मौजूद आरओ प्लांट पर प्रदूषण के कारण लोगों का पानी भरना दुश्वार हो चुका है। राहुल जायसवाल ने बताया कि यहां के लोगों में प्रदूषण के कारण विकलांग जैसी विकृतियां उत्पन्न हो रही हैं। नरेंद्र यादव ने कहा कि मृत जानवरों के दुर्गंध से लोगों का चलना दूभर हो गया है। इस दौरान संतोष प्रजापति, अमरनाथ यादव, तीरथ राज यादव, महेंद्र गोंड़, बृजेश यादव, मनोज केसरी, गुड्डन केसरी, अखिलेश दुबे, मनोज जायसवाल, र¨वद्र ¨सह, पप्पू, दुर्गा गोंड़, जवाहिर गोंड़, फूलचंद्र जायसवाल, राम सिया पटेल सहित तमाम ग्रामीण उपस्थित थे ।


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