हाथ मलती रही पुलिस, फिरौती देने पर ही छूटा युवक
मांची थाना क्षेत्र के कजियारी गांव निवासी 20 वर्षीय युवक के अपहरण के मामले में पुलिस छह दिनों तक हाथ मलती रही, महज जांच की बात कहकर इधर-उधर टालती रही। अपहृत बालक के परिजनों से पांच लाख रुपये की फिरौती मांगी गई बावजूद इसके पुलिस कुछ न कर सकी और अंतत: एक लाख 15 हजार रुपये देने पर ही युवक की रिहाई हुई। इस घटना के बाद क्षेत्र में जहां अपहृताओं की चहलकदमी की चर्चा हो रही है वहीं पुलिस के इस तरह के कार्य की ¨नदा भी।
जासं, खलियारी (सोनभद्र): मांची के कजियारी गांव निवासी 20 वर्षीय युवक के अपहरण के मामले में पुलिस छह दिनों तक हाथ मलती रही और जांच की बात कहकर टालती रही। अपहृत युवक के परिजनों से पांच लाख रुपये की फिरौती मांगी गई बावजूद इसके पुलिस कुछ न कर सकी और अंतत: एक लाख 15 हजार रुपये देने पर ही युवक की रिहाई हुई।
नक्सल प्रभावित नगवां ब्लाक के मांची स्थित कजियारी गांव निवासी गोपाल का 20 वर्षीय पुत्र शिवकुमार सोमवार को लापता हो गया था। उसकी खोजबीन हो रही थी तभी शुक्रवार को गोपाल के मोबाइल पर फोन आया और पुत्र की रिहाई के लिएपांच लाख रुपये की फिरौती मांगी गई। इसकी जानकारी पिता ने मांची पुलिस को भी दी। पुलिस ने जांच कर कार्रवाई करने व युवक को बरामद करने का आश्वासन दिया था। इसके बाद पुन: फोन आया तो गोपाल ने उनसे इतने रुपये न देते हुए एक लाख 15 हजार देने की बात कहते हुए गिड़गिड़ाए । उसके बाद फोन कट गया। इसके बाद शनिवार की शाम को पुन: गोपाल को फोन करके बिहार के अधौरा के जंगल में बुलाया। जहां वे पहुंचे तो वहां दो लोग बाइक पर सवार होकर मुंह बांधे हुए आए और उनसे एक लाख 15 हजार रुपये लेकर चले गए और गोपाल को वापस भेज दिया। रात नौ बजे शिवकुमार का फोन आया और अपने को देवरी में बताया। जब पुलिस को गोपाल ने सूचना दी तो सुअरसोत पुलिस ने रात में जंगली इलाका, दूसरा प्रांत होने की बात कहते हुए सुबह चलने की बात कही। सुबह उसी स्थान से युवक को बरामद किया गया। दिन के उजाले में शेर बनती है इलाके की पुलिस
शिव कुमार का अपहरण होने और एक लाख 15 हजार रुपये फिरौती देने के बाद युवक जब रात में फोन किया तो परिजनों ने पुलिस को बताया। पुलिस ने जिस तरह से जवाब दिया उससे क्षेत्र में चर्चा इस बात की होने लगी है कि क्या इस इलाके की पुलिस दिन के उजाले में शेर बनती है। रात में जब पता चला कि युवक बिहार बार्डर के देवरी में है तो उसी समय जाना चाहिए था। शायद अपहरण करने वाले और फिरौती मांगने वाले पकड़ लिए जाते। नाम न छापने की शर्त पर लोगों ने कहा कि अगर दिन में इस क्षेत्र में कां¨बग होती है तो रात में भी सतर्कता बरतनी चाहिए। अब जांच में जुटी पुलिस
शिव कुमार को लेने के लिए रविवार की सुबह मांची थाने के प्रभारी निरीक्षक अर¨वद यादव, सुअरसोत चौकी इंचार्ज योगेंद्र ¨सह पुलिस टीम के साथ देवरी पहुंचे और वहां से युवक को बरामद करके हिरासत में लिया। उससे पूछताछ की जा रही है। मांची थाने के प्रभारी निरीक्षक अर¨वद यादव ने बताया कि रात में परिजनों ने सूचना दी कि देवरी में शिवकुमार है। देवरी एक नहीं कई हैं इसलिए स्पष्ट नहीं हो पा रहा था कि कौन से देवरी में है। इस मामले में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।