घोरिया पीएचसी मामले में पीएमओ ने किया हस्तक्षेप, होगी जांच
घोरिया पीएचसी मामले में पीएमओ ने किया हस्तक्षेप होगी जांच
जागरण संवाददाता, ओबरा (सोनभद्र) : चोपन ब्लाक के ग्राम पंचायत घोरिया में छह वर्षों से निर्माणाधीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के शुरू नहीं होने के मामले में प्रधानमंत्री कार्यालय ने हस्तक्षेप किया है, जिसके बाद स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के एनएचएम डिवीजन ने प्रधान सचिव हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर उप्र को जांच का जिम्मा सौंपा है। बता दें कि महिला सुरक्षा एवं जन सेवा ट्रस्ट की अध्यक्ष सावित्री देवी ने 17 जनवरी को इस मामले में पीएमओ से शिकायत की थी।
पूर्व में भी सावित्री देवी ने जिलाधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी को मेल व पत्र के माध्यम से अवगत कराया था। उसके बाद इस मामले को लेकर प्रशासन सक्रिय हुआ और जांच शुरू की गई। सीएमओ ने अवर अभियंता विनय कुमार श्रीवास्तव से संबंधित प्रकरण के संबंध में अपनी आख्या विभाग को उपलब्ध कराने को निर्देशित किया था। अवर अभियंता ने बताया था कि मुख्य भवन टाइप प्रथम आवास, आवास 2 नग, बाउंड्री वाल, जलापूर्ति के लिए पानी की टंकी इत्यादि कार्य पूर्ण करा कर विभाग को दिनांक 16 अगस्त 2019 को हस्तांतरित किया जा चुका है। अस्पताल के निर्माण की स्वीकृति के बाद मानव संसाधन व उपकरण पर व्यय की मांग शासन स्तर से किया गया है, जो अब तक नहीं मिला। वहीं सावित्री का कहना है कि इसको गंभीरता से लिया जाता तो आज यह स्वास्थ्य केंद्र चालू हो गया होता। वहीं कोरोना कोल में ग्रामीणों को काफी मदद मिलती, लेकिन उदासीनता की वजह से इस पर ध्यान नहीं दिया गया। अब पीएमओ के हस्तक्षेप के बाद जांच शुरू होने की उम्मीद जगी है।