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मां-बेटी के लिए साढ़े चार हजार रुपये बना काल

जासं सोनभद्र राब‌र्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र के बसौली गांव में साढ़े तार हजार रुपये मां-बेटी के लिए काल बन गया। घर पर शेड डलवाने के लिए कमला ने पत्नी को 10 हजार रुपये दिया था लेकिन खर्च के बाद बचे साढ़े हजार रुपये नहीं मिले तो इस मामले को लेकर मां-बेटी की कमला से कहासुनी हुई थी। इसी

By JagranEdited By: Published: Sat, 30 May 2020 05:28 PM (IST)Updated: Sat, 30 May 2020 05:28 PM (IST)
मां-बेटी के लिए साढ़े चार हजार रुपये बना काल
मां-बेटी के लिए साढ़े चार हजार रुपये बना काल

जासं, सोनभद्र : राब‌र्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र के बसौली गांव में साढ़े तार हजार रुपये मां-बेटी के लिए काल बन गया।

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बसौली गांव निवासी कमला पूना में काम करता था। 15 दिन पूर्व वहां सेलौटने पर उसने पत्नी कुसुम को 10 हजार रुपये रखने को दिए थे। कुसुम ने रुपये अपनी बड़ी बेटी आरती को दे दिए। कमला का कहना था कि वह उस रुपये से बरसात से पहले छत पर टिनशेड लगाना चाहता था। इसे खरीदने के लिए वह शुक्रवार को रुपये मांगा। आरती का कहना था कि 10 हजार में महज साढ़े चार हजार रुपये ही बचे हैं। इसी बात को लेकर उसने पत्नी व पुत्री को फटकार लगाई थी, जिससे नाराज दोनों ने सल्फास खा लिया। जिनकी उपचार के दौरान जिला अस्पताल में मौत हो गई। खुदकशी करने वाली कमला की पत्नी कुसुम के भाई अरौली गांव निवासी सूरज ने कहा कि कमला को एक बेटी व एक पुत्र है। पत्नी व बड़ी बेटी चली गई। उसे कार्रवाई नहीं चाहिए, बस बहन की निशानी दोनों बच्चों की वह परवरिश में किसी तरह की लापरवाही न बरतें। दोनों शवों का शनिवार को जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया गया है।


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