शिक्षकों के नहीं आने पर अभिभावकों ने किया प्रदर्शन
परिषदीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षा स्तर को बढ़ाने के लिए शासन की तरफ से तमाम योजनाएं चलायी जा रही हैं। जिले में सोन कायाकल्प योजना के तहत विद्यालयों को बेहतर बनाया जा रहा है। कुछ स्कूलों को अंग्रेजी माध्यम से संचालित कराकर माडल स्कूल के तौर पर स्थापित किया जा रहा है। लेकिन इन स्कूलों में सही देख-रेख के अभाव में व्यवस्था फेल होती नजर आ रही है। ताजा मामला अंग्रेजी माध्यम से संचालित होने वाले प्राथमिक विद्यालय बहुअरा का है। इसी परिसर में उच्च प्राथमिक विद्यालय भी है। यहां तैनात दस शिक्षक, शिक्षामित्र व अनुदेशों में से शुक्रवार को स्कूल महज दो शिक्षामित्र व एक अनुदेश ही पहुंचे। इससे नाराज अभिभावकों ने विद्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया।
जासं, सोनभद्र : परिषदीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षा स्तर को बढ़ाने के लिए शासन की तरफ से तमाम योजनाएं चलाई जा रही हैं। जिले में सोन कायाकल्प योजना के तहत विद्यालयों को बेहतर बनाया जा रहा है। कुछ स्कूलों को अंग्रेजी माध्यम से संचालित कराकर माडल स्कूल के तौर पर स्थापित किया जा रहा है। लेकिन इन स्कूलों में सही देख-रेख के अभाव में व्यवस्था फेल होती नजर आ रही है। ताजा मामला अंग्रेजी माध्यम से संचालित होने वाले प्राथमिक विद्यालय बहुअरा का है। इसी परिसर में उच्च प्राथमिक विद्यालय भी है। यहां तैनात दस शिक्षक, शिक्षामित्र व अनुदेशों में से शुक्रवार को स्कूल महज दो शिक्षामित्र व एक अनुदेश ही पहुंचे। इससे नाराज अभिभावकों ने विद्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया।
सुबह नौ बजे जब प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय बहुअरा में पढ़ने वाले बच्चे स्कूल पहुंचे तो वहां महज दो शिक्षामित्र एक अनुदेशक ही थे। कुछ देर के बाद इसकी जानकारी अभिभावकों को हुई। वहां प्रधान मनोज पटेल के साथ पहुंचे एक दर्जन अभिभावकों ने विरोध प्रदर्शन किया और कहा कि जब अंग्रेजी माध्यम वाले विद्यालय की यह दशा है तो अन्य स्कूलों की क्या होगी। इसी स्कूल में सीएम योगी आदित्यनाथ भी सितंबर माह में आए थे। ग्रामीणों ने स्कूल की शिक्षा व्यवस्था में सुधार कराने की मांग किया। साथ ही जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को फोन से सूचना भी दी। बीएसए ने बीइओ को जांच के लिए कहा। इस पर खंड शिक्षा अधिकारी रमाकांत सरोज ने मौके पर पहुंचक जायजा लिया। प्रदर्शन करने वालों में अलीहुसैन, सजहार,शिवमूरत, राजेश, शिवकुमार, दिनेश, अतुल कुमार, अवधेश ¨सह, सामाजिक कार्यकर्ता धीरज मिश्रा उपस्थित रहे। की गई वैकल्पिक व्यवस्था
ग्रामीणों की शिकायत पर जांच करने पहुंचे खंड शिक्षा अधिकारी राबर्ट्सगंज रमाकांत सरोज ने बताया कि प्राथमिक विद्यालय में में एक हेड मास्टर जो मेडिकल पर चल रही हैं। एक सहायक अध्यापक अवकाश पर हैं और एक ने सीएल लिया है। ऐसे में यहां दो शिक्षामित्र उपस्थित मिले। इसके अलावा उच्च प्राथमिक विद्यालय में एक हेड मास्टर, एक सहायक अध्यापक व तीन अनुदेशक हैं। जिसमें हेड मास्टर और सहायक अध्यापक अवकाश पर थे। दो अनुदेशक अवैतनिक अवकाश पर हैं। एक उपस्थित मिला। वैसे यहां दूसरे स्कूल के एक शिक्षक को लगा दिया है।