मानवीय मूल्यों के आधार पर है हमारी पहचान
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : पूरी दुनिया में भारत की पहचान मानवीय मूल्यों के आधार पर ही है। जिसे बचाए
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : पूरी दुनिया में भारत की पहचान मानवीय मूल्यों के आधार पर ही है। जिसे बचाए रखना देश के नागरिकों का दायित्व है। राष्ट्र से ही हम सभी हैं और हम सभी से राष्ट्र है। इसलिए राष्ट्रीय एकीकरण को बढ़ावा देना हम सभी का परम कर्तव्य है। अनेकता में एकता ही देश की पहचान है।
यह बातें जिलाधिकारी अमित कुमार ¨सह ने सोमवार को कलेक्ट्रेट मी¨टग हाल में कौमी एकता सप्ताह के तहत हुई बैठक में कही। श्री ¨सह ने कहा कि कौम, मजहब और धर्म एक दूसरे के पूरक हैं। हर धर्म व मजहब आपसी सौहार्द का पैगाम देता है। उन्होंने कहा कि देश को काफी बलिदानों के बाद आजादी मिली है, देश की आजादी को अक्षुण्य बनाए रखने के लिए राष्ट्रीय एकता काफी अहम है। श्री ¨सह ने कहा कि कौमी एकता सप्ताह 19 से 25 नवंबर तक मनाया जा रहा है, जिसमें सही रूप से सार्थकता सिद्ध करने के लिए मानवीय मूल्यों को बनाकर रखना सही मायने में राष्ट्रीय एकता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि सभी नागरिकों को देश की आजादी को मजबूती देने व विश्व कल्याण के लिए धर्म, भाषा, क्षेत्रवाद व व्यक्तिगत स्वार्थों से ऊपर उठकर अपने दायित्वों को निरंतर निभाना होगा। कहा कि देश के भविष्य का निर्माण करने वाले युवाओं को इतिहास के बारे में जरूर बताएं और गांवों में भाईचारा बरकरार रखने के लिए हम एक-दूसरे के सुख-दुख में सहयोग करें। इस मौके पर जिला युवा कल्याण अधिकारी एनबी ¨सह, ओम प्रकाश त्रिपाठी, रमेश देव पांडेय आदि रहे।