अब हर पंद्रहवें दिन होगी कनहर निर्माण की समीक्षा
शासन प्रदेश में निर्माणाधीन कनहर सरयू मध्य गंगा एवं बुंदेलखंड की एक परियोजना को लेकर काफी गंभीर है। इन्हें तय समय से पूर्व पूरा करने के लिए शासन स्तर पर प्रतिमाह एवं विभागीय स्तर पर हर 15 दिन में समीक्षा बैठक होगी। यह बाते रविवार को कनहर सिचाई परियोजना का जायजा लेने आये विशेष सचिव सिचाई सुरेन्द्र विक्रम ने बताई।
जागरण संवाददाता, दुद्धी (सोनभद्र) : प्रदेश सरकार निर्माणाधीन कनहर, सरयू, मध्य गंगा एवं बुंदेलखंड की एक परियोजना को लेकर काफी गंभीर है। इन्हें तय समय से पूर्व पूरा करने के लिए शासनस्तर पर प्रतिमाह एवं विभागीय स्तर पर हर 15 वें दिन समीक्षा बैठक होगी। यह बातें रविवार को कनहर सिचाई परियोजना का जायजा लेने आए विशेष सचिव सिचाई सुरेंद्र विक्रम ने कही। बताया कि दिसंबर 2020 तक कनहर परियोजना को हरहाल में पूर्ण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। परियोजना से विस्थापित होने वाले लोगों के पुनर्वास का काम भी तेजी से शुरू कर दिया गया है। प्रपत्र तीन, छह एवं ग्यारह के निस्तारण के लिए आगामी समीक्षा बैठक में इसे प्रमुखता से रखने के साथ ही इसके निदान की रूपरेखा तय की जाएगी।
रविवार को परियोजना के अधीक्षण अभियंता दीपक कुमार एवं सीमांत अग्रवाल के साथ सुबह करीब दस बजे अमवार फील्ड हास्टल पहुंचे विशेष सचिव ने सभी डिवीजन के अभियंताओं से परियोजना के बाबत विस्तारपूर्वक जानकारी ली। नहरों के निर्माण में प्रयुक्त होने वाली भूमि के बैनामा के साथ ही वन विभाग के अनापत्ति प्रमाण पत्र के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में पूछताछ की। करीब घंटे भर बिदुवार चर्चा करने के बाद कनहर मुख्य बांध, दाहिनी नहर, राकफिल के साथ स्यूस वाल्ब पर चल रहे निर्माण कार्य का स्थलीय जायजा लिया। इस दौरान उनके संज्ञान में कार्यदायी संस्था के उपनिदेशक ए राजन समेत अन्य अधिकारियों ने सीमेंट, पत्थर, बालू आदि की आपूर्ति में उत्पन्न होने वाली समस्याओं से अवगत कराया। खंड तीन के अधिशासी अभियंता विनय कुमार सिंह ने अवगत कराया कि विभागीय स्टोर में सीमेंट मौजूद न होने से उसकी आपूर्ति नहीं हो रही है। जिससे व्यवधान उत्पन्न हो रहा है। इस पर वे तत्काल संबंधित अधिकारियों से वार्ता कर यथाशीघ्र सीमेंट उपलब्ध कराने की बात कही। इसके साथ ही खंड एक के जितेंद्र कन्नौजिया एवं दो के रामआशीष चौरसिया ने उन्हें समस्याओं से अवगत कराया। करीब चार घंटे के निरीक्षण के दौरान उन्होंने कई अहम छोटी-छोटी समस्याओं का निस्तारण करते हुए मातहत अभियंताओं को उसे अमल करने का निर्देश दिया। उत्तर प्रदेश के साथ ही झारखंड एवं छत्तीसगढ़ के विस्थापन की समस्या पर विशेष फोकस करते हुए उन्होंने मातहत अभियंताओं को निर्देशित किया कि वे दोनों प्रांतों के विभागीय एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ स्थानीय स्तर पर वार्ता कर उन्हें यथाशीघ्र पुनर्वासित कराए। इसमें तेजी लाने के लिए वे शासन के माध्यम से तीनों प्रांतों के सचिव स्तर पर बैठक बुलाने का प्रयास करेंगे। इस मौके पर खंड चार के अधिशासी अभियंता सैयद मोईनुद्दीन, पांच के एसपी चौधरी, छह के रामगोपाल समेत तमाम सहायक एवं अवर अभियंताओं के साथ ही कार्यदायी संस्था के अधिकारी उपस्थित रहे।
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