विवाह बंधन में बंधकर दी जीवन को नई दिशा
मानव जीवन विविधताओं से भरा पड़ा है। जीवन में होने वाली घटनाएं भविष्य के लिए नयी कहानी के लिए रास्ता बनाती हैं। रेणुकापार के पनारी ग्राम पंचायत के दुर्गम सेमरतर की सरिता सिंह का जीवन कुछ वर्ष पहले काफी खुशियों भरा था।
जासं, ओबरा (सोनभद्र) : मानव जीवन विविधताओं से भरा पड़ा है। जीवन में होने वाली घटनाएं भविष्य के लिए नई कहानी के लिए रास्ता बनाती है। रेणुकापार के पनारी ग्राम पंचायत के दुर्गम सेमरतर की सरिता सिंह और गुर्मा मारकुंडी निवासी परमहंस सिंह का जीवन भी कुछ ऐसा ही है। यही कारण है कि अपने अनमोल बच्चों की खुशी के लिए दोबारा विवाह के बंधन में बंधना स्वीकार किया। हालांकि दोनों के साथ ही पहले विवाह के बाद घटनाएं हुईं। एक घर में मां नहीं तो दूसरे घर में पिता नहीं थे। ऐसे में दोनों ने इस कमी को पूरा करने का फैसला किया। रविवार को इसका गवाह बना अगोरी किला। लॉकडाउन में गांव के कई लोगों की मौजूदगी में परमहंस ने सरिता के गले में मंगलसूत्र पहनाया।
अगोरी खास के ग्राम प्रधान राम प्रताप साहनी और डॉ. जगदीश प्रजापति समेत अन्य लोगों ने वर-वधू को आशीर्वाद दिया। इसमें लालचंद सिंह, रामबली सिंह, रामचंद्र साहनी, पं. सुभाष दत्त मिश्र और वर पक्ष से मनोज सिंह आदि मौजूद थे।