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कश्मीर की भलाई में संवैधानिक संशोधन की जरूरत

ककरी परियोजना आवासीय परिसर स्थित विद्या भारती द्वारा संचालित सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज ककरी में पूर्व छात्र परिषद गोष्ठी का आयोजन किया गया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 18 Mar 2019 07:17 PM (IST)Updated: Mon, 18 Mar 2019 07:17 PM (IST)
कश्मीर की भलाई में संवैधानिक संशोधन की जरूरत
कश्मीर की भलाई में संवैधानिक संशोधन की जरूरत

जासं, अनपरा (सोनभद्र) : ककरी परियोजना आवासीय परिसर स्थित विद्या भारती द्वारा संचालित सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज ककरी में पूर्व छात्र परिषद गोष्ठी का आयोजन किया गया। शुभारंभ मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के काशी प्रांत शारीरिक प्रमुख राजन ने मां सरस्वती के समक्ष द्वीप प्रज्ज्वलन कर किया। विद्यालय के प्रधानाचार्य राजीव कुमार ने अतिथियों का परिचय कराते हुए कश्मीर समस्या एवं आतंकवाद पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि कश्मीर समस्या वर्तमान की समस्या नहीं, बल्कि आजादी से पहले की समस्या है।

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इसका समाधान तभी संभव है जब वहां की जनता भारतीय लोकतंत्र पर विश्वास करें। पुरातन छात्रों ने अपने विचारों को अवगत कराते हुए देश के उत्थान हेतु कार्य करने का संकल्प लिया। मुख्य अतिथि राजन ने कहा कि कश्मीर ऋषि मुनियों की तपोभूमि है। कश्मीर के लोगों की भलाई के लिए संवैधानिक संशोधनों की जरूरत है, जिससे उनका देश के शेष हिस्सों के साथ जुड़ाव हो सके। उन्होंने धारा 370 का जिक्र करते हुए सुझाव दिया कि कश्मीर में आवश्यकतानुसार संवैधानिक प्रावधान करने होंगे और पुराने बदलने होंगे। कार्यक्रम के अध्यक्ष केसी जैन ने अतिथियों एवं पुरातन छात्रों का आभार ज्ञापित करते हुए कहा कि हमारा देश लोकतांत्रिक देश है। कश्मीर समस्या का कारण तुष्टीकरण की राजनीति रही है। देश के लोग एक कानून के भीतर रहे। संचालन राजेश कुमार सिंह एवं छात्रा महिमा बैसवार ने किया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रबंधक आरपी गुप्ता, शिशु मंदिर के प्रधानाचार्य अशोक उपाध्याय, एनके सिंह, प्रीति मौर्या आदि उपस्थित रहे।


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