मानसून के मद्देनजर तैयारी में जूटा एनसीएल
जासं अनपरा (सोनभद्र) कोयला खदानों में जिक्र होता है बड़ी मशीनों का। कोयले को धरती के गर्भ से निकाल कर पावर प्लांट तक पहुंचाना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है। एनसीएल प्रतिवर्ष इस दिशा में पूरी सक्रियता से विस्तृत कार्य योजनायें तैयार कर उनका समय पर क्रियान्वयन सुनिश्चित करता है।
जासं, अनपरा (सोनभद्र) : कोयला खदानों में जिक्र होता है बड़ी मशीनों का। कोयले को धरती के गर्भ से निकाल कर पावर प्लांट तक पहुंचाना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है। एनसीएल प्रतिवर्ष इस दिशा में पूरी सक्रियता से विस्तृत कार्य योजनाएं तैयार कर उनका समय पर क्रियान्वयन सुनिश्चित करता है। एनसीएल के सभी कोयला क्षेत्र प्रतिवर्ष मानसून आने के पूर्व ही अपनी तैयारी शुरू कर देते हैं। जिससे बरसात के दौरान कोयला उत्पादन, प्रेषण व अधिभार हटाव में कोई परेशानी नही आए। एनसीएल अमलोरी क्षेत्र द्वारा मानसून से पहले से सक्रिय होकर आवश्यक तैयारियों में जुट गई है। मानसून के दौरान कोयले की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए हालरोड पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। खदान से कोयला यार्ड तक कोयले का परिवहन डंपर के माध्यम से हालरोड से ही किया जाता है। तुर्रा तक जाने वाली सड़क तैयार कर ली गयी है। अमलोरी क्षेत्र में आने वाले दिनों में 190 टन क्षमता वाले डंपर के चलने की संभावना को देखते हुए सड़क की चौड़ाई को लगभग 30 मीटर बनाया गया है। हालरोड के दोनों ओर नालियां निर्मित की गई है। जो बारिश के पानी को हालरोड के किनारों से बहाया जा सके।