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कोयला उत्पादन व प्रेषण के नए शिखर पर एनसीएल

कोयला उत्पादन एवं प्रेषण में बेहतर प्रदर्शन करते हुए एनसीएल ने वित्त वर्ष की समाप्ति पर एक नया मुकाम हासिल किया है। 101.50 मिलियन टन कोयला उत्पादन कर एनसीएल ने अपने 100 मिलियन टन के वार्षिक लक्ष्य को पूरा करते हुए उससे ज्यादा उत्पादन किया। कोयला उत्पादन गत वित्त वर्ष में किए गए उत्पादन से नौ प्रतिशत अधिक है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 01 Apr 2019 07:36 PM (IST)Updated: Mon, 01 Apr 2019 07:36 PM (IST)
कोयला उत्पादन व प्रेषण के नए शिखर पर एनसीएल

जासं, अनपरा (सोनभद्र) : कोयला उत्पादन एवं प्रेषण में बेहतर प्रदर्शन करते हुए एनसीएल ने वित्त वर्ष की समाप्ति पर एक नया मुकाम हासिल किया है। 101.50 मिलियन टन कोयला उत्पादन कर एनसीएल ने अपने सौ मिलियन टन के वार्षिक लक्ष्य को पूरा करते हुए उससे ज्यादा उत्पादन किया। कोयला उत्पादन गत वित्त वर्ष में किए गए उत्पादन से नौ फीसद अधिक है। कोयला प्रेषण में भी 100.50 मिलियन टन के सापेक्ष कंपनी ने 101.59 मिलियन टन कोयला प्रेषण किया।

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गत वित्त वर्ष में किए गए प्रेषण से पांच प्रतिशत अधिक है। एनसीएल 100 मिलियन टन कोयला उत्पादन एवं प्रेषण करने वाली देश की तीसरी कंपनी बनी है। देश की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए कंपनी ने वित्त वर्ष 2018-19 में बिजली घरों को 85.42 मिलियन टन कोयला दिया, जो पिछले वित्तवर्ष में दिए गए कोयले की तुलना में सात प्रतिशत अधिक है। इस उपलब्धि पर एनसीएल के सीएमडी पीके सिन्हा, निदेशक गुणाधर पांडेय, पीएम प्रसाद, एनएन ठाकुर ने टीम एनसीएल और कंपनी के समस्त हितग्राहियों को बधाई दी है। एनसीएल ने अपने वार्षिक लक्ष्यों को वित्तीय वर्ष के पांच दिन पूर्व उत्पादन व दो दिन पूर्व प्रेषण लक्ष्य पूरा किया था। मिनी रत्न कंपनी एनसीएल की स्थापना वर्ष 1985 में हुई थी। कंपनी देश का कुल 15 प्रतिशत कोयला निकालती है और कंपनी के कोयले से देश की 10 प्रतिशत बिजली बनती है।


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