खतरे के निशान के करीब पहुंचा नगवां बांध का पानी
नक्सल प्रभावित विकास खंड नगवां क्षेत्र में स्थित नगवां डैम में पानी खतरे के निशान से सिर्फ तीन फीट नीचे है। हालांकि अभी सभी फाटक बंद हैं।
जासं, खलियारी (सोनभद्र): नक्सल प्रभावित विकास खंड नगवां में स्थित नगवां डैम में पानी खतरे के निशान से सिर्फ तीन फीट नीचे है। हालांकि अभी सभी फाटक बंद हैं, जबकि मांची थाना जाने वाले मुख्य मार्ग पर स्थित रपटा आठ फीट पानी में डूब गया है। इससे इस ओर जाना वाला यातायात प्रभावित हो गया है। देश की आजादी के पूर्व में बने नगवां डैम का उच्चीकरण 5.5 मीटर और दस नये फाटक का निर्माण 1998 में किया गया। इसका निर्माण ¨सचाई विभाग ने कराया। उसी समय से नगवां डैम में आपातकाल में पानी रोकने की अधिकतम क्षमता 64 फीट निर्धारित कर एक सेफ्टीवाल फाटक बना दिया गया।
¨सचाई निर्माण खंड राबर्ट्सगंज के अवर अभियंता अजीत कुमार मौर्य ने बताया कि नगवां डैम में पानी रोकने की अधिकतम क्षमता 64 फीट जरूर है लेकिन, डैम के सुरक्षात्मक ²ष्टिकोण से विभाग नगवां डैम में 61 फीट तक पानी स्टोर करता है। अचानक अधिक बारिश होने के कारण डैम में जलस्तर जब 61 फीट से ऊपर बढ़ने लगता है तो इसकी सूचना तुरंत विभाग के उच्चाधिकारियों को दी जाती है। विभाग ¨सचाई बांध नियमावली के तहत आदेश देकर फाटक को खोलवा देता है, जिससे डैम की सुरक्षा बनी रहती है। श्री मौर्य ने बताया कि सोमवार तक नगवां डैम में जल स्तर 61 फीट के सापेक्ष 58.2 फीट है। इसलिए अभी नगवां डैम में पानी स्टोरेज को लेकर कोई खतरा नहीं है।