अब भी बिजली को तरस रहे नंदलाल के ग्रामीण
जासं, घोरावल (सोनभद्र) : देश को आजाद हुए सात दशक बीत गए लेकिन स्थानीय ब्लाक का नौगवा नंदलाल गांव के लोग आज भी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। आलम यह है कि गावं में आज तक बिजली नहीं पहुंच सकी है, जिसके कारण यहां के लोग अंधेरे में रहने को विवश है। लगभग एक वर्ष पहले संबंधित विभाग के लोगों ने घर-घर बिजली का मीटर लगा दिया
जागरण संवाददाता, घोरावल (सोनभद्र) : देश को आजाद हुए सात दशक बीत गए लेकिन स्थानीय ब्लाक के नौगवा नंदलाल गांव के लोग अब भी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। हाल यह है कि गांव में अब तक बिजली नहीं पहुंच सकी है, इस कारण यहां के लोग अंधेरे में रहने को विवश हैं। लगभग एक वर्ष पहले बिजली विभाग के लोगों ने घर-घर मीटर लगा दिया लेकिन अब तक कनेक्शन नहीं बहाल हो सका। गांव में सड़क व पानी की भी मुकम्मल व्यवस्था नहीं है।
ग्रामीणों ने बताया कि कागज पर गांव का विद्युतीकरण पूर्ण हो गया है लेकिन वास्तविकता इससे कहीं इतर है। ग्रामीण संगीता, उमाशंकर, रमाशंकर, बुधनी, शालिक, राधिका, राजेश विश्वकर्मा, माधुरी, लवकुश विश्वकर्मा, मनवासी, चंद्रावती आदि ने शिकायत की है कि शासन से तो तमाम योजनाएं संचालित हो रही हैं लेकिन स्थानीय स्तर पर काम न होने के कारण स्थिति विषम होती जा रही है। बताया कि बिजली न होने के कारण बच्चों को पढ़ने में तमाम तरह की समस्याएं आती हैं, साथ ही रात के अंधेरे में दुर्घटना का डर लगा रहता है। श्यामा प्रसाद, महेंद्र मौर्य, रामप्रसाद ने बताया कि घोरावल कस्बे से सटा हुआ नौगवा नंदलाल गांव है। नगर पंचायत व गांव की सीमा लगी हुई है, बावजूद इसके उपेक्षा की जा रही है। बताया कि घोरावल टाउन एरिया अंग्रेजों के जमाने में 1872 की है, जो जनपद की सबसे पुरानी टाउन एरिया है। वार्ड नंबर चार से सटा हुआ नौगवा गांव की सीमा लगती है। ग्रामीणों ने बताया कि समस्या को लेकर जिलाधिकारी तक शिकायत दर्ज करायी गई थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। कहा कि अगर कुछ दिनों तक ऐसा ही चलता रहा तो हम जिला मुख्यालय पर जाकर प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे।