Move to Jagran APP

बंधे में डूबने से मां-बेटी की मौत

जागरण संवाददाता दुद्धी (सोनभद्र) हाथीनाला थाना क्षेत्र के गड़दरवा गांव में शनिवार को दोपहर बंधे में डूबने से मां-बेटी की मौत हो गई। हादसे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को अन्त्य परीक्षण के लिए सीएचसी दुद्धी भेज दिया। घटना के बाबत मृतक संजू देवी (36) के पति संतोष ने बताया कि शनिवार की दोपहर उनकी एकलौती बेटी राधिका (13) अपनी मां के साथ घर के पास स्थित बंधे में नहाने के लिए गई। इस दौरान उसकी मां संजू कपड़े धोने लगी। बंधे में नहाते वक्त राधिका का पैर फिसलने के कारण वह डूबने लगी। बेटी की आवाज सुन बेसुध मां यह जानते हुए कि उसे तैरना नहीं आता फिर भी उसने बंधे के अंदर छलांग लगा दिया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 25 Sep 2021 09:54 PM (IST)Updated: Sat, 25 Sep 2021 09:54 PM (IST)
बंधे में डूबने से मां-बेटी की मौत
बंधे में डूबने से मां-बेटी की मौत

जागरण संवाददाता, दुद्धी (सोनभद्र) : हाथीनाला थाना क्षेत्र के गड़दरवा गांव में शनिवार को दोपहर बंधे में डूबने से मां-बेटी की मौत हो गई। हादसे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को अन्त्य परीक्षण के लिए सीएचसी दुद्धी भेज दिया। घटना के बाबत मृतक संजू देवी (36) के पति संतोष ने बताया कि शनिवार की दोपहर उनकी एकलौती बेटी राधिका (13) अपनी मां के साथ घर के पास स्थित बंधे में नहाने के लिए गई। इस दौरान उसकी मां संजू कपड़े धोने लगी। बंधे में नहाते वक्त राधिका का पैर फिसलने के कारण वह डूबने लगी। बेटी की आवाज सुन बेसुध मां यह जानते हुए कि उसे तैरना नहीं आता, फिर भी उसने बंधे के अंदर छलांग लगा दिया। इस दौरान आसपास अपने पशुओं को लेकर निकलने वाले कुछ चरवाहे उन्हें बचाने के लिए बंधे के अंदर कूद पड़े। जब तक वह मां-बेटी को पानी से खींचकर बाहर लाते दोनों की मौत हो गई थी। मामले की जानकारी होने पर स्वजन मौके पर पहुंच गए। संतोष अपने सामने अपनी एकलौती बेटी व पत्नी का शव देखकर बेसुध हो गया। किसी तरह ग्रामीणों ने उसे संभाला। दुद्धी विधायक हरिराम चेरो का गांव होने के कारण पुलिस को जैसे ही इसकी सूचना मिली वह दलबल के साथ मौके पर पहुंच गए।

loksabha election banner

गांव में नहीं जले चूल्हे

शनिवार का दिन गड़दरवा गांव के लिए काफी कष्टदायक हो गया। एक साथ मां-बेटी की मौत से आहत शायद ही किसी के घर चूल्हे जले हों। हर किसी के जुबान पर राधिका के हंसते चेहरे की बात रही। वहीं मां की ममता को याद कर हर किसी की आंख नम हो जा रही थी। ग्रामीणों के अनुसार अगर कुछ देर पहले उन्हें बंधे से निकाल दिया गया होता तो शायद इतनी बड़ी घटना न घटित होती।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.