शिक्षक तैनाती जांच में मिली गड़बड़ी, नपेंगे अफसर
जिले में अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में शिक्षकों के पदस्थापन में हुए खेल की जांच अपर जिलाधिकारी कर रहे थे। उन्होंने जिलाधिकारी को अपनी जांच रिपोर्ट सौंप दिया है। रिपोर्ट में गड़बड़ी मिलने की भी आशंका जतायी जा रही है। अगर ऐसा हुआ तो 150 से अधिक शिक्षकों को पुन अपने स्कूलों पर जाना होगा।
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : जिले में अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में शिक्षकों के पदस्थापन में हुए खेल की जांच अपर जिलाधिकारी कर रहे थे। उन्होंने जिलाधिकारी को अपनी जांच रिपोर्ट सौंप दी है। इसमें गड़बड़ी मिलने की भी आशंका जताई जा रही है। अगर ऐसा हुआ तो 150 से अधिक शिक्षकों को पुन: अपने स्कूलों पर जाना होगा। साथ ही इस मामले में एक बाबू, बीएसए व डायट प्राचार्य की भी गर्दन फंसने की आशंका है। विदित हो कि इस नियुक्ति को लेकर जिले में बड़ा हो-हल्ला मचा हुआ था, शिकायतों के बाद जिलाधिकारी ने इसे गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच एडीएम को सौंपी थी। 434 विद्यालयों में नियुक्त को लेकर फंसा था पेच
जिले के 434 अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में शिक्षकों की तैनाती को लेकर बेसिक शिक्षा विभाग में जमकर खेल किया गया था। आरोप था कि इस खेल में विभाग के उच्चाधिकारियों से लेकर बाबुओं ने शिक्षकों को मनचाही तैनाती के लिए पैसे लिए थे। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी एस. राजलिगम ने अपर जिलाधिकारी योगेंद्र बहादुर सिंह को इसकी जांच सौंपी थी। जांच अधिकारी एडीएम ने जांच प्रक्रिया पूरी करके इसकी फाइनल रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दी है। अपर जिलाधिकारी योगेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि जांच के दौरान अंग्रेजी विद्यालयों में शिक्षकों की तैनाती में शासन के मानक की जमकर अनदेखी की गई है। अधिकारी व बाबू पर कस सकता है शिकंजा
जांच प्रक्रिया में लगे एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पूरी प्रक्रिया में व्यापक गड़बड़ी की गई है। जिसके क्रम में बेसिक शिक्षा अधिकारी, डायट प्राचार्य व एक बाबू की भूमिका सबसे अधिक संदिग्ध मिली है। बताया कि अब जिलाधिकारी के अंतिम आदेश पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। बताया कि पूरी प्रक्रिया में शिक्षकों की तैनाती में जमकर गड़बड़ी की गई है। इसके अलावा शासनादेश के विरोध एक ब्लाक से दूसरे ब्लाक में शिक्षकों को भेजा गया है। जांच रिपोर्ट डीएम को सौंप दी
हां, मैंने अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में शिक्षक नियुक्ति मामले की जांच रिपोर्ट पूरी कर जिलाधिकारी को सौंप दी है। निश्चित रूप से बीएसए, डायट प्राचार्य व एक बाबू की भूमिका इस पूरी प्रक्रिया में संदिग्ध मिली है। अब आगे की कार्रवाई जिलाधिकारी द्वारा की जाएगी।
- योगेंद्र बहादुर सिंह, अपर जिलाधिकारी।