खनन व्यवसाइयों ने काली पट्टी बांधकर किया मार्च
बिल्ली-मारकुंडी खनन क्षेत्र में लगातार बढ़ते मंदी को लेकर खनन व्यवसाइयों में आक्रोश बढ़ते जा रहा है। सबसे ज्यादा राजस्व देने वाले व्यवसायिक क्षेत्रों में एक बिल्ली-मारकुंडी खनन क्षेत्र को लेकर शासन प्रशासन की उदासीनता के कारण व्यवसायी अब आंदोलन के मूड में दिख रहे हैं।
जासं, ओबरा (सोनभद्र) : बिल्ली-मारकुंडी खनन क्षेत्र में लगातार बढ़ती मंदी को लेकर खनन व्यवसाइयों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। सबसे ज्यादा राजस्व देने वाले व्यवसायिक क्षेत्रों में एक बिल्ली-मारकुंडी खनन क्षेत्र को लेकर शासन-प्रशासन की उदासीनता के कारण व्यवसायी अब आंदोलन के तहत सड़कों पर उतरने लगे हैं। शनिवार को खनन व्यवसाइयों ने ओबरा बाजार में मार्च कर प्रशासन की नींद तोड़ने का एलान किया। खनन व्यवसाइयों के समर्थन में ओबरा व्यापार उद्योग प्रतिनिधिमंडल भी उतर पड़ा है।
स्थानीय सुभाष तिराहे पर भारी संख्या में जुटे खनन व्यवसाइयों ने आंबेडकर चौक सहित सुभाष तिराहे तक मार्च किया। खनन बंदी से मंदी झेल रहे ओबरा बाजार के व्यापारियों ने भी स्वत: ही मार्च में जुड़कर शासन-प्रशासन को चेताया कि अब खनन बंदी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। व्यवसायी नंदलाल पांडेय व संतोष ¨सह ने कहा कि खनन उद्योग से प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से जिले के छोटे-बड़े सभी व्यवसायी व मजदूर जुड़े हुए हैं। खनन उद्योग बंद होने से सभी अपनी रोजी-रोटी को लेकर परेशान हैं। लगातार बंदी के दौरान बिजली बिल व लोन की अदायगी करना लगभग असंभव हो गया है। कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा ई-टेंड¨रग प्रणाली लायी गयी है परंतु आज तक प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन द्वारा नये खनन पट्टों को प्रारंभ नहीं कराया जा सका। कहा कि खनन व्यवसाय मरणासन्न की स्थिति में है। इस दौरान सभी व्यवसाइयों ने एक स्वर में कहा कि आवश्यकता पड़ने पर बड़ा आंदोलन करने के साथ वस्तुस्थिति से मुख्यमंत्री को अवगत कराया जायेगा। इस दौरान राजेंद्र ¨जदल, व्यापार मंडल अध्यक्ष सुशील गोयल, नवनीत अग्रवाल, राजेंद्र गर्ग, संतोष राय, सूर्य नारायण अग्रहरि, मुकेश बंसल, सुनील अग्रवाल, शिवशंकर अग्रहरि, विनीत त्रिपाठी, संजय केशरी, संजय कुमार, रवि प्रकाश, राहुल गोयल, इमरान खान, राज सुशील पासवान, रमेश यादव, अवधेश ¨सह, प्रदीप अग्रहरि, अभिषेक ¨जदल, राजेश ¨जदल सहित भारी संख्या में खनन व्यवसायी मौजूद रहे।