उभ्भा के ग्रामीणों ने मांगा असलहे का लाइसेंस
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : घोरावल कोतवाली क्षेत्र के उभ्भा गांव में हुए नरसंहार में मारे गए ग्रामीणो
जागरण संवाददाता, सोनभद्र : घोरावल कोतवाली क्षेत्र के उभ्भा गांव में हुए नरसंहार में मारे गए ग्रामीणों के परिजनों व उस गांव के कुछ अन्य पीड़तिों ने असलहे का लाइसेंस मांगा है। पीड़ित ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को पत्र देकर कहा है कि सुरक्षा की दृष्टि से 12 लोगों के नाम असलहे का लाइसेंस जारी किया जाए, ताकि भविष्य में नरसंहार जैसी घटना की पुनरावृत्ति न होने पाए।
17 जुलाई को उभ्भा गांव में भूमि पर कब्जे को लेकर नरसंहार हो गया था। उसमें दस लोगों की जान चली गई और 28 लोग घायल हो गए थे। इस मामले को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी गंभीरता से लिया और तत्काल घटना की जांच के आदेश दिया। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पांच असलहे बरामद कर लिया। साथ ही मुख्यमंत्री स्वयं पीड़ितों का हाल जानने के लिए गांव में आए। उन्होंने ग्रामीणों को सम्मान, सुरक्षा दिलाने का वादा किया। सुरक्षा की ²ष्टि से उन्होंने गांव में पुलिस चौकी खोलने की भी बात कही। इसके बाद गांव में धीरे-धीरे माहौल शांत होने लगा है। फिर भी ग्रामीणों को भय है कि कहीं दोबारा इस तरह की घटना न हो जाए। उभ्भा गांव निवासी रामराज के नेतृत्व में कुछ ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से मिलकर उन्हें ज्ञापन दिया। कहा कि हमें अगर असलहे का लाइसेंस मिल जाता है और हमारे पास असलहा रहेगा तो आत्मरक्षा कर सकते हैं। इसलिए लाइसेंस मिलना चाहिए। रामराज ने मृतकों के परिजनों व कैलाश के साथ ही अपने स्वयं के लिए लाइसेंस जारी कराने की मांग की है। नरसंहार में इनकी गई थी जान
रामराज के नेतृत्व में तीन दिन पहले गांव में पहुंचे ग्रामीणों ने बताया कि जिनके घर से लोग इस नरसंहार में मारे गए हैं उन्हें प्राथमिकता के आधार पर असलहे का लाइसेंस मिलना चाहिए। बता दें कि राजेश, अशोक, अतवरिया, रंगीलाल, तेज सिंह, रामसुंदर, जवाहिर, राजाराम, रामचंद्र व अशोक कुमार की जान चली गई है।
अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप