नियमों को ताक पर रखकर हुई महिलाओं की छंटनी
जागरण संवाददाता, अनपरा (सोनभद्र) : देश और प्रदेश की सरकारें इस समय महिला सशक्तीकरण पर जोर दे रही है।
जागरण संवाददाता, अनपरा (सोनभद्र) : देश और प्रदेश की सरकारें इस समय महिला सशक्तीकरण पर जोर दे रही हैं। जिला प्रशासन द्वारा भी महिलाओं को आर्थिक तौर पर मजबूत करने के लिए कौशल विकास कार्यक्रम चला रहा है। बावजूद इसके अनपरा-डी परियोजना में कार्यरत आका कंपनी महज महिला होने के आधार पर 13 श्रमिकों की छंटनी कर दी। कंपनी द्वारा लैंगिक उत्पीड़न का किया गया कार्य संविधान विरोधी व महिला विरोधी है इसलिए कंपनी के विरुद्ध कार्रवाई की जानी चाहिए और 13 निष्कासित महिलाओं को बिना शर्त काम पर पुनर्बहाल करना चाहिए। यह बातें गुरुवार को वर्कर्स फ्रंट के प्रदेश अध्यक्ष और ठेका मजदूर यूनियन के मंत्री दिनकर कपूर ने राज्य महिला आयोग, मुख्यमंत्री और जिलाधिकारी को भेजे पत्र में कही है।
श्री कपूर ने धरनारत महिलाओं से मुलाकात कर उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि आज देश में जब महिलाएं हर क्षेत्र में हस्तक्षेप कर रही हैं। हर स्तर की नौकरियों में जगह बना रही हैं वहीं एक कंपनी द्वारा यह कहना कि महिला की जगह दोगुने पुरुषों को काम दिया जा सकता है। यही नहीं इस कंपनी ने बिना लेबर लाइसेंस लिए ही अनपरा-डी परियोजना में मई माह से ही काम कराना शुरू कर दिया जबकि उत्पादन निगम की निविदा में स्पष्ट तौर पर लेबर लाइसेंस और पीएफ पंजीकरण की अनिवार्यता का उल्लेख रहता है। कंपनी और प्रबंधन का यह कहना भी बेईमानी है कि कार्य की आपात स्थिति के कारण यह करना पड़ा क्योंकि यह कार्य नया नहीं है। इस दौरान तेजधारी गुप्ता, ओपी ¨सह, मसीहुदौला अंसारी, विनोद कुमार यादव, हकीक, जगत नारायन, अशोक कुमार, गो¨वद प्रजापति, और हनुमान प्रसाद मौजूद रहे।