एनजीटी के आदेश पर खदानों का कमिश्नर व डीआइजी ने किया निरीक्षण
एनजीटी के निर्देश पर शुक्रवार को बिल्ली मारकुंडी खनन क्षेत्र के ओबरा स्थित रासपहाड़ी में हुई इ टेंड¨रग पत्थर खदानों की जांच को लेकर मीरजापुर परिक्षेत्र के मंडलायुक्त मुरली मनोहर लाल एवं पुलिस उप महानिरीक्षक पीयूष श्रीवास्तव ने खदानों का स्थलीय निरीक्षण किया।
जागरण संवाददाता, ओबरा/डाला : बिल्ली-मारकुंडी खनन क्षेत्र के ओबरा व रासपहाड़ी में पत्थर के खनन के लिए बीते दिनों हुई ई-टेंड¨रग के बाद ही एनजीटी (नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल) ने यहां का स्थलीय निरीक्षण कर रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट बनाने के लिए शुक्रवार को मंडलायुक्त और डीआइजी ने इस क्षेत्र में पहुंचकर जांच किया। इनकी रिपोर्ट के आधार पर ही एनजीटी तय करेगी कि वास्तव में इस क्षेत्र में खदान चलने लायक है या नहीं। इस क्षेत्र में मानक से अधिक गहराई तक अवैध खनन करके पत्थर निकालने और पर्यावरणीय क्षति की शिकायत एनजीटी की कोर कमेटी से हुई थी। उसी के बाद कोर कमेटी ने यह आदेश जारी किया है।
एनजीटी के आदेश पर दोपहर बाद पहुंचे मंडलायुक्त मुरलीमनोहर लाल व पुलिस उप महानिरीक्षक पियूष श्रीवास्तव ने खदान क्षेत्र का विधिवत निरीक्षण किया। इस दौरान पुराने और नए नक्शे से मिलान कराया गया और जिस स्थल पर खनन कार्य किया जाना है वहां का भी स्थलीय निरीक्षण हुआ। जांच टीम में शामिल अधिकारियों ने बताया कि इस क्षेत्र में नई पत्थर खदान के लिए ई-टेंड¨रग हुई है। जबकि इस क्षेत्र की कई ऐसी खदाने हैं जहां पर माने से अधिक गहरा करके पत्थर निकाला गया है। बीते दिनों जिले में आई एनजीटी कोर कमेटी की टीम से कुछ लोगों ने इसकी शिकायत की थी। कहा था कि मानक से अधिक गहराई तक खनन करने से एक तो मौत के कुएं बन गए हैं। साथ ही पर्यावरणीय क्षति भी हो रही है। ऐसे में कोर कमेटी ने मंडलायुक्त व डीआइजी को स्थलीय निरीक्षण कर वस्तु स्थिति की रिपोर्ट मांगा। हालांकि जांच टीम में आए मंडलायुक्त व डीआइजी ने इस मामले में कुछ भी बोलने से इंकार किया। कहा कि रिपोर्ट एनजीटी को भेजी जाएगी। निरीक्षण के दौरान डीएम अमित कुमार ¨सह, खनन अधिकारी अनंत कुमार ¨सह, एसडीएम सदर शादाब असलम, अपर पुलिस अधीक्षक डा. अवधेश ¨सह, डीएफओ ओबरा मूलचंद आदि मौजूद थे। खनन क्षेत्र में नहीं हुई ब्ला¨स्टग
एनजीटी के आदेश पर जांच करने के लिए मंडलायुक्त व डीआइजी का कार्यक्रम खनन क्षेत्र में लगा था। ऐसे में यहां काफी सख्ती बरती गई। इलाके में होने वाले खनन पर प्रशासन ने कड़ी नजर रखी। इसके साथ ही इस इलाके में ब्ला¨स्टग के कार्य नहीं कराए गए। पूरे दिन क्षेत्र में टीम के आने को लेकर हड़कंप की स्थिति देखी गई।